बसंती दुलाल नागचौधरी
भारतीय भौतिकविद
बसंती दुलाल नागचौधरी (6 सितंबर 1917―25 जून 2006) एक भारतीय भौतिकविद अकादमिक, और भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार थे। उन्हें कलकत्ता विश्वविद्यालय में भारत में परमाणु भौतिकी के अग्रदूतों में से एक के रूप में जाना जाता है।[1]
बसंती दुलाल नागचौधरी | |
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जन्म |
6 सितंबर 1917 ढाका जिला |
मौत |
25 जून 2006 |
नागरिकता | भारत, ब्रिटिश राज, भारतीय अधिराज्य |
शिक्षा | इलाहाबाद विश्वविद्यालय, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय |
पेशा | भौतिक विज्ञानी |
संगठन | कोलकाता विश्वविद्यालय |
1970 के दशक की शुरुआत में, रक्षा मंत्रालय के वैज्ञानिक सलाहकार और विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर कैबिनेट समिति के अध्यक्ष, नागचौधरी ने भारत के पहले परमाणु परीक्षण, स्माइलिंग बुद्धा में एक प्रभावशाली भूमिका निभाई। उन्होंने भारत के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम पर पहली व्यवहार्यता अध्ययन भी शुरू किया। बाद में, उन्होंने योजना आयोग के सदस्य और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में भी कार्य किया।
1975 में भारत सरकार ने उन्हें साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Robert S. Anderson (2010). Nucleus and Nation: Scientists, International Networks, and Power in India. The University of Chicago Press. पृ॰ 585. अभिगमन तिथि 2012-05-16.
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