बामर लॉरी
बामर लॉरी एंड कंपनी लिमिटेड (Balmer Lawrie & Co. Ltd) भारत सरकार का एक उपक्रम है जहां औद्योगिक पैकेजिंग, बैरल और ड्रम, रसोई गैस के सिलेंडर, ग्रीस और स्नेहक, चमड़े के रसायन, कार्यात्मक योज्य और समुद्री माल-वाहक कंटेनरों का निर्माण किया जाता है। यहां चाय का निर्यात और व्यापार, यात्रा, पर्यटन और माल तथा इंजीनियरिंग सेवाओं जैसे कि ऊर्जा संबंधी लेखा और परामर्श तथा माल-वाहक कंटेनर की मरम्मत जैसी विशाल परियोजनाओं पर भी कार्य किया जाता हैं।
बामर लॉरी ने अपना औद्योगिक सफर कोलकाता स्थित मुख्यालय से 1 फ़रवरी 1867 को एक साझेदारी कंपनी के रूप में शुरु किया जिसकी स्थापना स्कॉटलैंड के दो निवासियों - जॉर्ज स्टीफेन बामर तथा अलेक्जेंडर लॉरी द्वारा की गयी थी।
चाय से लेकर नौवहन, बीमा से लेकर बैंकिंग, ट्रेडिंग से लेकर विनिर्माण - शायद ही कोई ऐसा व्यापार होगा जिसमें बामर लॉरी ने अपने प्रारंभिक वर्षों में हाथ नहीं डाला और अपनी उल्लेखनीय औद्योगिक यात्रा के हर मील के पत्थर के साथ और अधिक मजबूत होती गयी।
आज, बामर लॉरी अपने संयुक्त उद्यमों के साथ एक बहु-गतिविधि, बहु-प्रौद्योगिकी, बहु-स्थानिक और वैश्विक पदचिन्हों वाले समूह के रूप में उभर कर सामने आई है और विनिर्माण के अनेक क्षेत्रों जैसे औद्योगिक पैकेजिंग, ग्रीज और स्नेहक, चमड़ा रसायन के अतिरिक्त यात्रा और पर्यटन, लॉजिस्टिक्स बुनियादी-सुविधाओं एवं सेवाओं तथा इंजीनियरिंग व प्रौद्योगिकी सेवाओं के क्षेत्र में कार्यरत है।
लक्ष्य
संपादित करें"सभी व्यावसायिक क्षेत्रों में बाजार में अग्रणी भूमिका हासिल करना, उन्हें मजबूत बनाना और इस प्रकार 2010 तक 2000 करोड़ रुपये की कुल बिक्री तथा 200 करोड़ रुपए के कर-पूर्व मुनाफे के आंकड़े को पार करना" ...
स्वप्न
संपादित करेंअपने चयनित व्यावसायिक क्षेत्रों में बाजार में अग्रणी और वैश्विक पदचिन्हों वाली एक सम्मानजनक औद्योगिक इकाई बनना, जो निरंतर अपने शेयरधारकों के हितों का ध्यान रखने के साथ-साथ पर्यावरण और सामाजिक जिम्मेदारियों का भी पूर्ण रूप से ख्याल रखती है।
"इस यात्रा में, व्यावसायिक मूल्यों के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता, कर्मचारियों के गौरव तथा सामाजिक लाभ को बढ़ावा देने वाली सौ वर्ष पुरानी परंपरा को आगे बढ़ाना"
मानव संसाधन
संपादित करेंइन वर्षों में, कई लोगों ने बामर लॉरी की सफलता और विकास में अपना योगदान दिया है और उनके साहस तथा प्रतिभा ने उथल-पुथल भरे इतिहास में भी इस संगठन की नैया को पार लगाया है और प्रत्येक चुनैती को अवसर में परिवर्तित कर दिया है। लोग हमेशा से बामर लॉरी के लिए सबसे महत्वपूर्ण और स्थायी प्रतिस्पर्धी लाभ के रूप में रहे हैं, जिनका निरंतर ख्याल रखा जाता है और एक शिक्षण तथा रचनात्मक माहौल में उनको विकसित होने का मौका दिया जाता है ताकि वे बामर लॉरी को एक उत्कृष्ट संगठन बनाने में सहयोग दे सकें.
हम इनका ध्यान रखते हैं। ..
अपने द्वारा किये जाने वाले सभी कार्यों में उत्कृष्टता और गुणवत्ता
सेवा व्यवसाय की सभी विनिर्माण सुविधायें और शाखा कार्यालय क्यूएमएस सम्मत (आईएसओ 9000) हैं
हमारे कर्मचारियों और पर्यावरण की सुरक्षा एवं देखभाल
प्रमुख विनिर्माण सुविधायें ओएचएसएएस (OHSAS) (आईएसओ 18,000) सम्मत हैं।
ग्रीस और स्नेहक तथा चमड़ा रासायनिक विनिर्माण संयंत्र ईएमएस सम्मत (आईएसओ 14000) है।
समाज एवं दीर्घकालिक स्थिरता
एक जिम्मेदार औद्योगिक नागरिक के रूप में, कंपनी अनुसूचित जाति/जनजाति, महिलाओं, शारीरिक रूप से विकलांग लोगों, बच्चों और बुजुर्गों सहित सभी कमजोर वर्गों के लाभ के लिए कई सीएसआर गतिविधियों का संचालन करती है।
हाल ही में कंपनी ने एक द्विस्तरीय सीएसआर कार्यक्रम की शुरुआत की है
ब्लिस (BLISS) (स्व जीविका के लिए बामर लॉरी की एक पहल)
सम्बल (SAMBAL) (समाज में बामर लॉरी)।
संयुक्त राष्ट्र की ग्लोबल कॉम्पेक्ट सोसायटी के एक सदस्य के रूप में, हम नैतिकता और ईमानदारी के उच्चतम मानकों का पालन करते हुए उद्योग तथा समाज के स्थायी और समावेशी विकास के लिए कई पहलों में संलग्न हैं।
औद्योगिक इतिहास
संपादित करेंबामर लॉरी 1924 में एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और 1936 में एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी बनी। 1972 में बामर लॉरी, आईबीपी कंपनी लिमिटेड (जिसकी यह एक सहायक कंपनी थी) का राष्ट्रीयकरण किये जाने के फलस्वरूप एक सरकारी कंपनी बन गयी।
- 1924 प्राइवेट लिमिटेड कंपनी
- 1936 पब्लिक लिमिटेड कंपनी
- 1972 सरकारी कंपनी
- 1987 अनुसूची बी सार्वजनिक उपक्रम
- 2003 मिनी रत्ना II सार्वजनिक उपक्रम
- 2006 मिनी रत्ना I सार्वजनिक उपक्रम
2001 में आईबीपी कंपनी लिमिटेड ने बामर लॉरी एंड कंपनी लिमिटेड में अपनी 61.8% हिस्सेदारी को
बामर लॉरी इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के पास हस्तांतरित कर दिया था।
कंपनी का वर्तमान शेयरहोल्डिंग पैटर्न
31 जुलाई 2009 को शेयरहोल्डिंग का पाई चार्ट
बामर लॉरी के इक्विटी शेयरों को मुंबई और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध किया गया है।
प्रबंधन
संपादित करेंकंपनी का प्रबंधन पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के समग्र मार्गदर्शन में, अनुभवी और प्रतिष्ठित पेशेवरों के एक बोर्ड ऑफ डाइरेक्टर्स द्वारा किया जाता है।
- एस.के. मुखर्जी, प्रबंध निदेशक
- वीरेन सिन्हा, निदेशक (सेवा व्यवसाय)
- वी.एन. शर्मा, निदेशक (विनिर्माण व्यवसाय)
- के सुब्रमण्यम, वित्त निदेशक
- मनिंदर सिंह, भारत सरकार के प्रतिनिधि
- श्री वीएलवीएसएस सुब्बा राव - भारत सरकार के प्रतिनिधि
- श्री ए के भट्टाचार्य - स्वतंत्र निदेशक
- श्री के सी मुरारका - स्वतंत्र निदेशक
- श्री ए सेठ - स्वतंत्र निदेशक
- सुश्री ए चतुर्वेदी - स्वतंत्र निदेशक
- श्री पी के बोरा - स्वतंत्र निदेशक
- श्री एम पी बेजबरुआ - स्वतंत्र निदेशक
यह भारत में इस्पात बैरल की सबसे बड़ी निर्माता है। कंपनी का मुख्यालय कोलकाता में स्थित है और ब्रिटेन के बेडफोर्ड सहित पूरे भारत में इसके कार्यालय हैं।
लिस्टिंग (सूचीबद्ध)
संपादित करेंबामर लॉरी निम्नलिखित सूचकांकों में सूचीबद्ध है -
- एनएसई (NSE)
- बीएसई (BSE)
- कोलकाता
- चेन्नई
- अहमदाबाद
कोड
संपादित करेंबीएसई (BSE) कोड : 523319 एनएसई (NSE) कोड: BALMLAWRIE रायटर्स : बीएलएमआर.बीओ (BLMR.BO)
इतिहास
संपादित करें1867 में स्कॉटलैंड के दो निवासियों जॉर्ज स्टीफन बामर और अलेक्जेंडर लॉरी द्वारा कलकत्ता में इसकी स्थापना की गयी थी।