बिन्दुखत्ता उत्तराखण्ड राज्य के नैनीताल जनपद में स्थित एक कस्बा है। लालकुआँ तहसील में स्थित यह कस्बा तहसील मुख्यालय, लालकुआँ से ५ किमी की दूरी पर स्थित है।

बिन्दुखत्ता
—  नगर  —
सूर्योदय के समय बिन्दुखत्ता में खेतों का दृश्य
सूर्योदय के समय बिन्दुखत्ता में खेतों का दृश्य
सूर्योदय के समय बिन्दुखत्ता में खेतों का दृश्य
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०)
देश  भारत
राज्य उत्तराखण्ड
क्षेत्रफल
ऊँचाई (AMSL)

• 260 मीटर (853 फी॰)

निर्देशांक: 29°02′30″N 79°31′17″E / 29.0415398°N 79.5213335°E / 29.0415398; 79.5213335

बिन्दुखत्ता के बिंदुखेड़ा पुराने क्षेत्र में लोग अग्रजो के शासन काल से बसे हुवे है। इस क्षेत्र में 1970 से प्राइमरी स्कूल भी है। सही मायनों में इस क्षेत्र की बसायत 1900 के शुरुआती काल से भी पहले की है। जब लोग सर्दियों में पहाड़ों से पैदल यहां आते थे और गर्मियों में वापस पहाड़ चले जाते थे। बिन्दुखत्ता क्षेत्र पूर्वकाल में घना जंगल हुआ करता था। ८० के दशक में लोगों ने यहां जंगल साफ कर घर तथा खेत बनाने शुरू किए,[1] तथा ९० का दशक आते आते यह कस्बा अस्तित्व में आने लगा। क्योंकि इस कस्बे के निर्माण तथा विकास बिना सरकारी सहमति के अवैध तरीके से हुआ था, इसलिए यहां के लोगों के पास जमीन के कोई दस्तावेज नहीं हैं।[1]

१२ दिसंबर २०१४ को उत्तराखण्ड सरकार ने बिन्दुखत्ता को नगरपालिका घोषित करने की अधिसूचना जारी की थी, और मार्च २०१५ में इसे नगर पालिका परिषद का दर्जा दे दिया गया,[2] हालांकि वहां के लोगों ने इसका जमकर विरोध किया था।[3] इसके बाद क्षेत्र में नगर पालिका के कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में भी सैकड़ों लोगों ने पहुंचकर जमकर हंगामा किया था।[4] परिमाणस्वरूप, ६ सितंबर २०१६ को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, हरीश रावत ने नगरपालिका वापसी की घोषणा कर बिन्दुखत्ता को राजस्व ग्राम का दर्जा देने की घोषणा कर दी थी।[5]

भूगोल तथा जनसांख्यिकी

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बिन्दुखत्ता रिज़र्व वन क्षेत्र में स्थित है; और इस कारण यहां के भारतीय जनगणना के आधिकारिक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं। अंग्रेजी समाचारपत्र हिंदुस्तान टाइम्स में जनवरी २०१८ में लालकुआँ के विधायक नवीन दुमका के हवाले से लिखा गया था कि "बिन्दुखत्ता अब लगभग २४ वर्ग किमी क्षेत्र में फैल चुका है, और इसकी जनसंख्या १ लाख के आसपास है।"[1] स्थानीय समाचारपत्र, इंडिया संवाद के अनुसार नगर की जनसंख्या में से ७० प्रतिशत लोग सैनिक हैं।[6]

इन्हें भी देखें

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  1. मढ़वाल अभिनव (२५ जनवरी २०१८) Villagers in Nainital demand land rights देहरादून:हिंदुस्तान टाइम्स
  2. बिन्दुखत्ता को नगर पालिका का मिला दर्जा,एसडीएम पंकज उपाध्याय बने प्रशासक Archived 2018-04-09 at the वेबैक मशीन न्यूज़ १८. २१ मार्च २०१५
  3. कासनियाल बीडी (१६ अक्टूबर २०१६) Residents oppose urban area status to Bindukhatta village[मृत कड़ियाँ] पिथौरागढ़:द ट्रिब्यून
  4. विरोध की भेंट चढ़ा बिंदूखत्ता नगर पालिका का उद्घाटन, पथऱाव, लाठीचार्ज Archived 2018-04-09 at the वेबैक मशीन हल्द्वानी:दैनिक जागरण. १४ अक्टूबर २०१६
  5. 'बिन्दुखत्ता नगरपालिका वापसी' के शासनादेश पर लगी मुहर Archived 2018-04-10 at the वेबैक मशीन न्यूज़१२९.कॉम १४ दिसंबर २०१६
  6. कारगिल दिवस मनाता देश भूल गया उत्तराखण्ड के इस 'शहीद' गांव को, कहां है सरकार? Archived 2018-04-09 at the वेबैक मशीन इंडिया संवाद. २८ जुलाई २०१७