बीकानेरी भुजिया
बीकानेरी भुजिया की पहचान राजस्थान के बीकानेर के नाम से जुड़ी हुई है। यह एक बेसन के महीन सेव व जवे जैसे बनाकर खाद्य तेल में तले [1][2] जाने पर बनती है। इसमें बेसन को छोड़ मूँग, मोठ, मटर आदि के आटे भी मिलाए जाते हैं। साथ ही कई सम्बार (मसाले) भी डाले जाते हैं।[3] यह अकेेेले बीकानेर ही नहीं अपितु पूूूरे राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, बिहार तथा पश्चिम बंगाल में भी बहुत लोकप्रिय है।
बीकानेरी भुजिया | |
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हाट में रखे गये बीकानेरी भुजिया | |
उद्भव | |
वैकल्पिक नाम | भुजिया |
संबंधित देश | भारत |
देश का क्षेत्र | बीकानेर (राजस्थान) |
व्यंजन का ब्यौरा | |
भोजन | अल्पाहार |
मुख्य सामग्री | मोठ दाल, बेसन, मूँगफली का तेल |
अन्य प्रकार | सेव |
इतिहास
संपादित करें1877 में, महाराजा श्री डुंगर सिंह के शासनकाल के दौरान, भुजिया का पहला बैच बीकानेर की रियासत में बनाया गया था।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "The whole world's bhujia". indiatogether.org. 26 July 2005. मूल से 9 मई 2006 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 जून 2018.
- ↑ "India: TNCs muscling into cottage industry sectors". TWN (Third World Network). Jan 11, 1996. मूल से 2011-09-27 को पुरालेखित.
- ↑ "Camel country: Known for its sand dunes and bhujia, Bikaner". The Tribune. January 18, 2009. मूल से 13 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 जून 2018. Italic or bold markup not allowed in:
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(मदद)