बीकानेर जिला

राजस्थान का ज़िला
(बीकानेर ज़िले से अनुप्रेषित)
बीकानेर ज़िला
Bikaner district
मानचित्र जिसमें बीकानेर ज़िला Bikaner district हाइलाइटेड है
सूचना
राजधानी : बीकानेर
क्षेत्रफल : 30,247.90 किमी²
जनसंख्या(2011):
 • घनत्व :
23,67,745
 87/किमी²
उपविभागों के नाम: तहसील
उपविभागों की संख्या: 8
मुख्य भाषा(एँ): हिन्दी, राजस्थानी


बीकानेर ज़िला भारत के राजस्थान राज्य का एक ज़िला है। ज़िले का मुख्यालय बीकानेर है।[1][2]

अन्य आँकड़े व तथ्य

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ज़िले का साक्षरता दर 65.92% है और एस॰टी॰डी॰ (STD) कोड 0151 है। यह लगभग अक्षांश 28.01 उत्तर और रेखांश 73.9 पूर्व पर स्थित है। यहाँ औसत वार्षिक वर्षा 243 मि॰मी॰ होती है। बीकानेर रेगिस्तानी जिलों में से एक है जो उत्तर-पूर्व राजस्थान में हैं। इसके उत्तरी ओर श्रीगंगानगर, पश्चिमी ओर जैसलमेर और पाकिस्तान, पूर्वी ओर चुरु और श्री डुंगरगढ तथा दक्षिण-पूर्व में नागोर और जोधपुर स्थित हैं।

ज़िले के दर्शनीय स्थल

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  • देशनोक करनी माता का मन्दिर - यह मन्दिर बीकानेर के बसने से पहले बना है। यह चूहों के मन्दिर के नाम से प्रसिद है।
  • मुकाम मंदिर - यह बिश्नोई सम्प्रदाय का मुख्य धार्मिक स्थल है।
  • कतरियासर - जसनाथी सम्प्रदाय के गुरु जसनाथ जी महाराज का मन्दिर जो बिना पानी के बना हुआ है| जाट और सिद्ध जाती के लोग यहाँ आते हैं तथा यहाँ का अग्नि नृत्य विश्व प्रसिद्ध है।
  • चौधरी कॉलोनी - वीर तेजाजी महाराज का मन्दिर की स्थापना सन् 1989 में जाट समाज द्वारा चौधरी कॉलोनी स्थित वीर तेजा जी मार्ग के पास हुई। यह बीकानेर शहर के प्रसिद्ध स्थलों में से एक है।
  • सुरधना-कुमावत समाज के लोक देवता राव श्री देदाजी जुझार का मेला भरता है काफ़ी संख्या में समाज के लोग यंहाँ इकट्ठे होते हैं
  • कोलायत झील कपिल सरोवर मंदिर कार्तिक पूर्णिमा को मेला भरता है
  • जूनागढ़ : यह यहां का किला है, जो की राजस्थान के सबसे सुंदर किलों में से एक है ।
  • भांडशाह जैन मंदिर : यह शहरी परकोटे के भीतर स्थित प्राचीन जैन मंदिर है, इस मंदिर की खास बात है इसकी बनावट । इस किले को बनाने के लिए देसी घी का इस्तेमाल किया गया था।

जिला का अधिकतम तापमान 48° सेल्सियस और न्यूनतम तापमान शून्य से भी एक डिग्री कम है।

बुनियादी सुविधाएँ

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बीकानेर के वर्तमान ग्रिड उप-कार्यस्थलों की क्षमता 62.0 एम॰वी॰ए॰ है।

ज़मीन की सतह से नीचे पानी अरावली के ऊपर, विंध्य से बनने वाले क्षेत्रों में 60 मीटर की गहराई पर मिलता है जो पूर्व और उत्तर की ओर और गहराता है। श्री कोलायत जी में गहराई 100 मीटर से 135 मीटर हो जाती है। आशा की जा रही है कि इंदिरा गाँधी नहर परियोजना से जिले के 188 गाँव और 2.60 मिलयन एकड़ ज़मीन को लाभ पहुँचेगा।

सड़क यातायात

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जिला धातु की सड़क से अपने सभी आस-पास के जिलों से जुड़ा है। राष्ट्रीय राजमार्ग क्र॰ 11 जो बीकानेर को आगरा से जोड़ता है, बीकानेर ही में आकर रुकता है। जिले में विभिन्न प्रकार की सड़कों की लम्बाई 3,624 किलोमीटर है (जैसाकि 31 मार्च 2000 को जाँचा गया था)।

रेल यातायात

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जिले में रेल का कुल जालक्रम 300 किलोमीटर तक फैला है। जिला हावड़ा से दिल्ली, जोधपुर, उदयपुर, जयपुर, श्रीगंगानगर, सूरत, डुंगरगढ, रतनगढ़, आगरा और भटिंडा से ब्रॉडगेज रेलवे लाइन से जुड़ा हुआ है।

हवाई यातायात

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नाल एयरपोर्ट

संचार सुविधाएँ

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डाकघर 221
तारघर 97
दूरभाष केन्द्र 61

औद्योगिक दृश्य

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बड़े और मझोले उद्योग (सूचना प्राप्त नहीं)
छोटे उद्योग 5,310
औद्योगिक क्षेत्र 8
वर्तमान रूप से मुख्य उद्योग बाथरूम सामग्री, पशु-आहार, कपड़ा, तेल, पापड़, पेंट, लकड़ी के सामान आदि।

खनिज पदार्थ

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विभिन्न प्रकार की मिट्टी जैसे कि फ़ायर क्ले, गेरू और खरिया मिट्टी।

ज़िले में सात तहसीलें हैं -

  1. नोखा, बीकानेर
  2. कोलायत
  3. बीकानेर
  4. लूणकरनसर
  5. श्रीडूंगरगढ़
  6. पूगल
  7. छतरगढ

इन्हें भी देखें

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  1. "Uttar Pradesh in Statistics," Kripa Shankar, APH Publishing, 1987, ISBN 9788170240716
  2. "Political Process in Uttar Pradesh: Identity, Economic Reforms, and Governance Archived 2017-04-23 at the वेबैक मशीन," Sudha Pai (editor), Centre for Political Studies, Jawaharlal Nehru University, Pearson Education India, 2007, ISBN 9788131707975