बोम्मिरेड्डी नरसिम्हा रेड्डी
बोम्मिरेड्डी नरसिम्हा रेड्डी जी भारतीय फिल्मो के डिरेक्टर थे और इसके साथ ही वह तमिल सिनेमा के जा
बी॰ एन॰ रेड्डी के नाम से प्रसिद्ध बोम्मिरेड्डी नरसिम्हा रेड्डी भारतीय सिनेमा के एक विख्यात व्यक्तित्व थे। वे एक कुशल निर्देशक, सफल निर्माता एवं मौलिक पटकथा लेखक थे। इन सभी क्षेत्रों में उनके महत्वपूर्ण योगदान को सम्मान देते हुए सन् 1974 में उन्हें पद्मभूषण की उपाधि दी गयी और फिर उसी वर्ष के दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे और एक रंगमंच के अभिनेता होने के साथ-साथ एक कवि भी थे। वे तेलुगू सिनेमा के आरंभिक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व में से थे तथा दक्षिण भारत के सिनेमा विधा और कला से जुड़े हुए ऐसे प्रथम व्यक्तित्व थे जिन्हें सिनेमा के इस सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया गया।[1]
बोम्मिरेड्डी नरसिम्हा रेड्डी | |
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बी॰ एन॰ रेड्डी | |
जन्म |
16 नवम्बर 1908 कोठापल्ली गाँव, पुलिवेन्दुला, कडप्पा जिला, आन्ध्र प्रदेश, भारत |
मौत |
8 नवम्बर 1977 चेन्नई, भारत | (उम्र 68 वर्ष)
पेशा | निर्माता, निर्देशक, प्रस्तुतकर्ता, कथा-पटकथा लेखक, व्यापारी, चिकित्सालयों के लिए उदार दानी |
कार्यकाल | 1939–69 |
पुरस्कार |
पद्मभूषण दादा साहब फाल्के पुरस्कार राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार |
आरम्भिक जीवन
संपादित करेंफ़िल्मी सफ़र
संपादित करेंसम्मान
संपादित करेंइन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ डॉ॰, सी॰ भास्कर राव (2014). दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता (भाग-1) (प्रथम संस्करण). दरियागंज, नयी दिल्ली: शारदा प्रकाशन. पपृ॰ 63, 68. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-82196-00-6.