भाटुन्द को ब्रह्म देव नगरी से भी संबोधित किया जाता है। ब्राहमणो के अत्यधिक घर होने के कारण व अत्यधिक देवताओं के मन्दिर होने के कारण इसे ब्रह्मदेव नगरी कहते हैं।