विदिशा स्थित भद्दिलपुर, जैनियों के दसवें तीर्थंकर भगवान शीतलनाथ की जन्मभूमि होने के कारण जैनियों के लिए विशेष महत्व का है। यहाँ कई प्राचीन जैन मंदिर है। लेकिन किसी स्थान विशेष पर शीतलनाथ के जन्मभूमि के बारे में कोई साहित्यिक प्रमाण नहीं मिलता, लेकिन विजय मंदिर के निकट स्थित हवेली के नीचे से मिले कई जैन प्रतिमाएँ, यहाँ के प्राचीनतम मंदिर का साक्ष्य देती है। इससे इसी स्थान पर तीथर्ंकर शीतलनाथ का जन्म होने की संभावना बढ़ जाती है।