भारत में चावल का उत्पादन

rice

भारत में चावल का उत्पादन भारत की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। चावल उत्पादन के मामले में भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और सबसे बड़ा निर्यातक देश है। चावल एक बुनियादी खाद्य फसल है और उष्णकटिबंधीय पौधा होने के कारण यह गर्म और आर्द्र जलवायु में आराम से पनपता है। चावल मुख्य रूप से वर्षा आधारित क्षेत्रों में उगाया जाता है जहाँ भारी वार्षिक वर्षा होती है। इसलिए यह मूल रूप से भारत में एक खरीफ फसल है। इसकी खेती लगभग २५ डिग्री सेल्सियस और उससे अधिक तापमान में की जाती है, और चावल उन क्षेत्रों में सिंचाई के माध्यम से भी उगाया जाता है जहाँ तुलनात्मक रूप से कम वर्षा होती हैं।

क्षेत्र के प्रकार के आधार पर विभिन्न तरीकों से चावल की खेती की जा सकती है। लेकिन भारत में चावल की कटाई के लिए अभी भी पारंपरिक तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है। खेतों की शुरुआत में जुताई की जाती है और उर्वरक लगाया जाता है जिसमें आमतौर पर गाय का गोबर का इस्तेमाल किया जाता है, और फिर खेत को चिकना कर दिया जाता है। बीजों को हाथ से रोपा जाता है और फिर उचित सिंचाई के माध्यम से बीजों की खेती की जाती है। चावल सिल्ट, दोमट और बजरी जैसी विभिन्न प्रकार की मिट्टी पर उगता है। यह क्षारीय के साथ-साथ अम्लीय मिट्टी को भी सहन कर सकता है, भारत में इस फसल की खेती करने वाले क्षेत्रों को पश्चिमी तटीय पट्टी, पूर्वी तटीय पट्टी के रूप में प्रतिष्ठित किया जाता है, जिसमें सभी प्राथमिक डेल्टा, असम मैदान और आसपास की निचली पहाड़ियाँ, तलहटी और तराई क्षेत्र शामिल हैं—तराई क्षेत्र हिमालय]] और पश्चिम बंगाल, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा। भारत, अनन्त विकास के मौसम का देश होने के नाते, और गंगा-ब्रह्मपुत्र(पश्चिम बंगाल में), कावेरी नदी, कृष्णा नदी के डेल्टा, गोदावरी नदी, इंद्रावती नदी और महानदी नदी, हीराकुंड बांध और इंद्रावती बांध जैसी नहर सिंचाई की व्यवस्था के साथ, किसानों को लाभ पहुँचता है और कुछ इलाकों में साल में तीन फ़सलें की जाती है।

वर्ष के अनुसार चावल का उत्पादन संपादित करें

Source: http://drdpat.bih.nic.in/HS-B-Table-01.htm.

संख्या वर्ष क्षेत्रफल (मिलियन हेक्टेयर) उत्पादन (मिलियन टन) उपज (किग्रा/हेक्टेयर)
1. 1950-51 30.81 20.58 668
2. 1951-52 29.83 21.30 714
3. 1952-53 29.97 22.90 764
4. 1953-54 31.29 28.21 902
5. 1954-55 30.77 25.22 820
6. 1955-56 31.52 27.56 874
7. 1956-57 32.28 29.04 900
8. 1957-58 32.30 25.53 790
9. 1958-59 33.17 30.85 930
10. 1959-60 33.82 31.68 937
11. 1960-61 34.13 34.58 1,013
12. 1961-62 34.69 35.66 1,028
13. 1962-63 35.69 33.21 931
14. 1963-64 35.81 37.00 1,033
15. 1964-65 36.46 39.31 1,078
16. 1965-66 35.47 30.59 862
17. 1966-67 35.25 30.44 863
18. 1967-68 36.44 37.61 1,032
19. 1968-69 36.97 39.76 1,076
20. 1969-70 37.68 40.43 1,073
21. 1970-71 37.59 42.22 1,123
22. 1971-72 37.76 43.07 1,141
23. 1972-73 36.69 39.24 1,070
24. 1973-74 38.29 44.05 1,151
25. 1974-75 37.89 39.58 1,045
26. 1975-76 39.48 48.74 1,235
27. 1976-77 38.51 41.92 1,088
28. 1977-78 40.28 52.67 1,308
29. 1978-79 40.48 53.77 1,328
30. 1979-80 39.42 42.33 1,074
31. 1980-81 40.15 53.63 1,336
32. 1981-82 40.71 53.25 1,308
33. 1982-83 38.26 47.12 1,231
34. 1983-84 41.24 60.10 1,457
35. 1984-85 41.16 58.34 1,417
36. 1985-86 41.14 63.83 1,552
37. 1986-87 41.17 60.56 1,471
38. 1987-88 38.81 56.86 1,465
39. 1988-89 41.73 70.49 1,689
40. 1989-90 42.17 73.57 1,745
41. 1990-91 42.69 74.29 1,740
42. 1991-92 42.65 74.68 1,751
43. 1992-93 41.78 72.86 1,744
44. 1993-94 42.54 80.30 1,888
45. 1994-95 42.81 81.81 1,911
46. 1995-96 42.84 76.98 1,797
47. 1996-97 43.43 81.74 1,882
48. 1997-98 43.45 82.53 1,900
49. 1998-99 44.80 86.03 1,920
50. 1999-00 44.97 89.48 1,990

राज्यों के द्वारा चावल का उत्पादन संपादित करें

(मिलियन टन) के आधार पर राज्यों द्वारा चावल का उत्पादन[1]
राज्य रैंक
(2014–15)
वास्तविक उत्पादन
(2014–15)
देश के कुल का%
(2014-15)
' 'देश के कुल का संचयी %
(2014-15)
औसत उत्पादन
(2010-11 से 2014-15)
अनुमान
(2015–16)
भारत - 103.73 '100.0% '100% 105.48 103.61
पश्चिम बंगाल 1 14.68 13.9% 14% 14.54 16.10
उत्तर प्रदेश 2 12.17 11.5% 25% 13.45 12.51
पंजाब 3 11.11 10.5% 36% 11.03 11.64
ओडीशा 4 8.30 7.9% 44% 7.17 5.80
आंध्रप्रदेश 5 7.23 6.9% 51% 7.34 6.94
बिहार 6 6.36 6.0% 57% 5.93 6.11
छत्तीसगढ़ 7 6.32 6.0% 63% 6.37 6.29
तामिलनाडु 8 5.73 5.4% 68% 5.68 5.72
आसाम 9 5.22 4.9% 73% 4.91 5.12
तेलंगाना 10 4.44 4.2% 77% 5.31 4.19
हरियाणा 11 4.01 3.8% 81% 3.84 4.18
मध्य प्रदेश 12 3.63 3.4% 85% 2.65 3.49
महाराष्ट्र 15 2.95 2.8% 94% 2.93 2.61
गुजरात 16 1.83 1.7% 96% 1.66 1.56
उत्तराखंड 17 0.60 0.6% 96% 0.58 0.63
केरल 18 0.56 0.5% 97% 0.53 0.70
जम्मू और कश्मीर 19 0.52 0.5% 97% 0.60 0.42
राजस्थान 20 0.37 0.4% 98% 0.28 0.35
हिमाचल प्रदेश 21 0.13 0.1% 98% 0.13 0.10
अन्य - 2.44 2.3% 100% 2.37 2.31

भारत से चावल का निर्यात संपादित करें

भारत दुनिया में चावल के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक है :—

बासमती चावल संपादित करें

भारत वैश्विक बाजार में बासमती चावल का प्रमुख निर्यातक है। जिन भारतीय राज्यों में बासमती चावल का सर्वाधिक उत्पादन होता है, वे—जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश इत्यादि हैं।

गैर बासमती चावल संपादित करें

APEDA के अनुसार, "बासमती चावल के अलावा किसी भी चावल को गैर-बासमती चावल कहा जाता है।"[2] २०१८ में भारत ने ३ बिलियन अमरीकी डालर मूल्य के ७.५ मिलियन मीट्रिक टन गैर-बासमती चावल का निर्यात किया था। और वे मुख्य निर्यात गंतव्य नेपाल, बेनिन, सेनेगल, बांग्लादेश और गिनी थे।

संदर्भ संपादित करें

  1. "राज्यों द्वारा चावल का उत्पादन २०१०-११ से २०१४-१५ तक चावल का राज्य-वार उत्पादन (प्रेषक: कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय)". 20 July 2016.
  2. "गैर बासमती चावल". apeda.gov.in. अभिगमन तिथि 2020-02-02.