मधुराविजयम् १४वीं शताब्दी में गंगादेवी द्वारा रचित एक संस्कृत काव्य है। कवयित्री ने इसे 'वीर कम्पाराय चरितम्' भी कहा है क्योंकि इसमें विजयनगर साम्राज्य के राजकुमार कुमार कम्पन का जीवनचरित (इतिहास) वर्णित है जो बुक्का राय के द्वितीय पुत्र थे। इस काव्य में मदुरै सल्तनत पर विजयनगर साम्राज्य की विजय का विस्तृत वर्णन है।