मधु कोडामधु कोडा (जन्म 6 जनवरी 1971 पाताहातू, पश्चिमी सिंहभूम) झारखंड के भूतपूर्व मुख्यमंत्री हैं। उन्हें इस नवनिर्मित राज्य के पांचवें मुख्यमंत्री के रूप में 18 सितंबर 2006 को दि्लाई गयी थी। कोडा भारत के किसी भी प्रांत में निर्दलीय उम्मीद्वार के रूप में मुख्यमंत्री बनने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं।

मधु कोडा के राजनैतिक जीवन की शुरुआत आल झारखंड स्टूडेंड यूनियन के एक कार्यकर्ता के रूप में हुई थी बाद में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भी सदस्य बने। 2000 के झारखंड विधानसभा के चुनावों में वे भाजपा उम्मीद्वार के रूप में जगन्नाथपुर विधानसभा सीट से चयनित हुए। बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में बनने वाली सरकार में वे पंचायती राज मंत्री बने और बाद में वे 2003 में अर्जुन मुंडा की सरकार बनने के बाद भी इसी पद पर काबिज रही।

2005 की विधानसभा चुनावों में उन्हें भाजपा द्वारा उम्मीद्वार बनाने से मना कर दिया गया। इसके बाद वे एक निर्दलीय के रूप में उसी विधान सभा सीट से चुने गये। खंडित जनादेश के कारण वे भाजपा के नेतृत्व में बननेवाली अर्जुन मुंडा की सरकार का उन्होंने बाहर से समर्थन किया और उन्हें खान एवं भूवैज्ञानिक मामलों का मंत्री बनाया गया।

सितंबर 2006 में कोडा और अन्य तीन निर्दलीय विधायकों ने मुंडा की सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया जिससे सरकार अल्पमत में आ गयी। बाद में विपक्ष संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार कर अपनी सरकार बनायी जिसमें झामुमो, राजद, युनाइटेड गोअन्स डेमोक्रैटिक पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, फारवर्ड ब्लाक, 3 निर्दलीय विधायक शामिल थे। जिसमें कांग्रेस बाहर से समर्थन कर रही है।[1]

इन्हें भी देखें

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  1. "झारखंड के पूर्व सीएम मधु कोड़ा पहुंचे दिल्ली हाईकोर्ट, विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए किया ये आग्रह". प्रभात खबर. Retrieved २८ मई २०२४. {{cite news}}: Check date values in: |access-date= (help)

बाहरी कड़ियाँ

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