ठाकोर मनसा सिंहजी खांट (अंग्रेजी: Thakor Mansa Singhji Khant) गुजरात के खांट कोली थे। मनसा ने गुजरात मे मुग़लों के खिलाप विद्रोह कर दिया था।[1] जूनागढ़ रियासत का नवाब गुजरात सल्तनत में फौजदार था तो मनसा खांट ने जूनागढ़ रियासत में उत्पात मचा दिया था। मनसा खांट ने कोलियों को इकट्ठा किया और जंग का ऐलान कर दिया। मनसा खांट ने जूनागढ़ के नवाब से ऊपरकोट किला छीन लिया। इसके बाद जूनागढ़ रियासत में मुस्लिम बहुल गॉंवों में हिंदुओं का परचम लहराया। ग्यारह महीने तक जूनागढ़ के नवाब ने सभी तरह की कोसिस की लेकिन मनसा खांट को नही रोक पाए। जूनागढ़ सरकार ने नए नए नियम बनाये, नए तरीके सपनये लेकिन कुछ भी फायदा नही हुआ। जूनागढ़ के नवाब ने गोंडल रियासत के राजा ठाकुर हालोजी संग्रामजी जडेजा से मदद मांगी साथ ही अरब जमादार शेख अब्दुल्ला ज़ुबैदि से भी सेना मांगी। इसके बाद तीनों सेनाओं ने मिलकर ऊपरकोट किले पर हमला कर दिया और ठाकोर मनसा सिंहजी खांट को हरा दिया।[2]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Williams, Raymond Brady; Trivedi, Yogi (2016-05-12). Swaminarayan Hinduism: Tradition, Adaptation, and Identity (अंग्रेज़ी में). Oxford University Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780199089598.
  2. मनसा खांट (PDF). मूल से 27 मार्च 2019 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 19 सितंबर 2019.