मलाई
मलाई दूध को गरम करके बनायी जाती है और भारतीय उपमहाद्वीप में भोजन एवं मिठाइयों में उपयोग की जाती है। मलाई बनाने के लिए 'पूर्ण दूध' को लगभग ८० डिग्री सेल्सियस ताप पर लगभग एक घण्टे गरम करके ठ्ण्डा होने के लिए छोड़ दिया जाता है। इस प्रकार दूध की ऊपरी सतह पर हल्का पीलापन लिए हुए वसा (fat) और प्रोटीन की एक परत बन जाती है जिसे 'मलाई' कहते हैं। इसे निकाल लिया जाता है। ऊपरी परत निकालने के बाद यही प्रक्रिया दोहराकर दूध में बची हुई वसा और प्रोटीन को निकाला जा सकता है।
विधि
संपादित करेंदूध को कुछ समय तक के लिए स्थिर रखा रख दिया जाता है तो वसा गोलीकाएं धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठकर दूध के ऊपरी भाग पर एक सतह बना लेती हैं जिसमें वसा को प्रतिशत मात्रा दूध की अपेक्षा काफी अधिक होती है अधिक वसा संयुक्त इस सतह को क्रीम कहते हैं क्रीम में वह सभी अवयव पाए जाते हैं जो दूध में होते हैं परन्तु इस में वसा की मात्रा काफी अधिक और अन्य अवयवों की मात्रा काफी कम होती है।