महामहोपाध्याय (=महा + महा + उपाध्याय ; अर्थ : महान् पण्डितों में भी महान्) एक मानद उपाधि है जो भारत सरकार द्वारा प्रदान की जाती है। १९४७ में स्वतंत्रता के पूर्व यह उपाधि ब्रिटिश राज द्वारा दी जाती थी। उसके भी पहले भारतीय राजा यह उपाधि प्रदान करते थे। प्राचीन काल में जो विद्वान शास्त्रों से सम्बद्ध विषयों पर ग्रन्थरचना करते थे, उन्हें महामहोपाध्याय की उपाधि प्रदान की जाती थी।

कुछ प्रमुख व्यक्ति जिन्हें महामहोपाध्याय की उपाधि से अलंकृत किया गया था/है, ये हैं-

  1. Cultural contours of India p37
  2. Gulerī, Candradhara Śarmā (1987). Gulerī racanāvalī. Kitābaghara.