महाराजा रञ्जीत सिंह
रणजीत सिंह (2 मई 1745 – 6 दिसम्बर 1805) भरतपुर रियासत के महाराजा (शासनकाल 1778–1805) थे। वो महाराजा केहरी सिंह के उत्तराधिकारी थे। उन्हें मुग़ल सम्राट शाह आलम द्वितीय ने फरज़ांद जंग (युद्धवीर) की उपाधि दी। उन्होंने दूसरे आंग्ल-मराठा युद्ध में मराठाओं की तरफ से युद्ध में भाग लिया।[1]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ फोर्टेस्क, जॉन विलियम (1902). A history of the British army, Volume 3. मैकमिल्लन.
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