महेन्द्रलाल सरकार
महेन्द्रलाल सरकार (1833–1904) भारत के एक चिकित्सक, समाजसुधारक, तथा वैज्ञानिक चेतना के प्रसारक नेता थे। 'इण्डियन एसोसियेशन फॉर द कल्टिवेशन ऑफ साईन्स' की स्थापना उन्होने ही की थी।[1][2] वे कलकता मेडिकल कॉलेज के दूसरे स्नातक मेडिकल डॉक्टर थे। यद्यपि उन्होने एलोपैथी की शिक्षा ली थी, उन्होने होमियोपैथी को अपनाया और उसी के माध्यम से चिकित्सा की। अपने व्यावसायिक जीवन में उन्होने उस युग के कई महान व्यक्तियों की चिकित्सा की थी, जैसे-बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय, रामकृष्ण परमहंस, त्रिपुरा के महाराज आदि।
महेन्द्रलाल सरकार | |
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जन्म |
2 नवम्बर 1833 पाइकपाड़ा गाँव, हावड़ा जिला, बंगाल |
मौत |
23 फरवरी 1904 (70 की आयु में) कोलकाता, भारत |
पेशा | चिकित्सक, शिक्षाविद् |
जीवनसाथी | राजकुमारी |
महेन्द्रलाल सरकार का जन्म कलकता के पास पाइकपाड़ा (मुसिरहाट) नामक गाँव में हुआ था जो हावड़ा जिला के अन्तर्गत आता था। उनके पिताजी का नाम तारकनाथ सरकार था। कम आयु में ही उनके माता-पिता का देहान्त हो गया। जब वे ५ वर्ष के थे तो उनके पिता का देहान्त हो गया और जब ९ वर्ष के थे उनकी माँ का निधन हो गया। उनकी माँ उनके मामा के घर कोलकाता में आ गयीं थीं और उनकी मृत्यु के पश्चात उनका पालन-पोषण अपने मामा के घर ही हुआ जो कलकाता के नेबूतला में था।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Palit, Chittabrata (2012). "Sircir, Mahendralal". प्रकाशित Islam, Sirajul; Jamal, Ahmed A. (संपा॰). Banglapedia: National Encyclopedia of Bangladesh (Second संस्करण). Asiatic Society of Bangladesh.
- ↑ Arun Kumar Biswas. Gleanings of the past and the science movement : in the diaries of Drs. Mahendralal and Amritalal Sircar, Calcutta : The Asiatic Society, 2000; see also Collected works of Mahendralal Sircar, Eugene Lafont, and science movement, 1860–1910, Kolkata : Asiatic Society, 2003
बाहरी कड़ियाँ
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