महेश कोठारे
महेश कोठारे एक भारतीय अभिनेता, (मराठी ) फिल्म निर्देशक और निर्माता है, इन्होंने मराठी और हिंदी फिल्मों में काम किया है। इन्होंने बहुत कम उम्र से भारतीय सिनेमा में अभिनय प्रारम्भ कर दिया था। इनकी प्रारंभिक एवं उल्लेखनीय फिल्में ,राजा और रंक , छोटा भाई, मेरे लाल और घर घर की कहानी है। प्रसिद्ध हिंदी गीत तू कितनी अच्छी है तू कितनी भोली है ,हे मां ,फिल्म राजा और रंक में मास्टर महेश के नाम से अभिनय किया है।
महेश कोठारे | |
---|---|
महेश कोठारे फरवरी 2013 में | |
जन्म | मुम्बई, महाराष्ट्र, भारत |
पेशा | फिल्म निर्माता, फिल्म निर्देशक, अभिनेता |
बच्चे | आदिनाथ कोठारे |
महेश कोठारे को मराठी फिल्म उद्योग के लिए एक क्रांतिकारी व्यक्तित्व माना जाता है, निर्देशक के रूप में फिल्म धूमधड़ाका (1985) से कैरियर शुरू करने के बाद से ,20 साल की अवधि में कई बॉक्स ऑफिस हिट फिल्मे दी। कोठारे की फिल्मों को उनके तकनीकी बारीकियों और काल्पनिक अवधारणाओं के लिए जाना जाता है और वह कुछ भारतीय फिल्म निर्माताओं में से एक है , जो सफल फिल्मों में फंतासी शैली का सफल प्रयोग करते हैं।
महेश कोठारे ने पहली 3डी मराठी फिल्म ,झपाटलेला 27 जून, 2013 बनाई जो बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई जो उनकी अपनी 1993 बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉक बस्टर झपाटलेला की अगली कड़ी थी। मूल हॉरर कॉमेडी ,जिसमे एक गुड़िया जिसका नाम तात्या विंचू था,जीवित हो जाती है। एनिमेट्रॉनिक्स और कंप्यूटर जनित इमेजरी का मराठी फिल्मो में यहाँ पहला सफल प्रयोग था।
कैरियर
संपादित करेंकोठारे ने हिंदी फिल्मों में अपना कैरियर राजा और रैंक और घर घर की कहानी फिल्मो में बाल भूमिकाओं के साथ शुरू कर दिया था। वह बाद में पूर्ण रूप से मराठी सिनेमा में काम करने लगे जहा उन्हें उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई,परंतु साथ ही साथ वे हिंदी फिल्मो में भी कार्य करते रहे। कोठारे अनेक हिट फिल्मो जैसे धूम धड़ाका , झपाटलेला , झपाटलेला 2, खतरनाक और खबरदार के साथ एक शीर्ष मराठी निर्देशक के रूप में पहचाने जाने लगे। वे अपने स्वयं के विजन प्रोडक्शन हाउस के मालिक भी है। [1]
मराठी फिल्म कैरियर
संपादित करें1980 के मध्य में, कोठारे के साथ और एक अन्य युवा अभिनेता, Sachin Pilgaonkar, ने निर्देशन में मराठी फिल्म उद्योग में क्रांतिकारी बदलाव किये .सचिन पिलगांवकर निर्देशित नवरी मिले नवऱ्याला एवं कोठारे निर्देशित धूमधड़ाका .दोनों फिल्में बॉक्स ऑफिस पर हिट रही , लेकिन धूमधड़ाका युवा दर्शकों को मराठी स्टाइल की फिल्म बनाने का चलन बन गया है। कोठारे ने हास्य फिल्मो में भी अपनी अलग पहचान बनाई। उन्होंने मराठी फिल्म सिनेमा में नवाचारों जैसे सिनेमास्कोप में पहली मराठी फिल्म धडाकेबाज़ , और चिमणी पाखरा में डॉल्बी डिजिटल ध्वनि के साथ सफल प्रयोग भी किए। कंप्यूटर जनित प्रभाव का प्रयोग उन्होंने पहली फिल्म पछाडलेला 2004 में किया था। कोठारे पहली मराठी विज्ञान गल्प फिल्मों के निर्माता के रूप में भी जाने जाते हैं। 2013 में, कोठारे ने अपने बेटे आदिनाथ कोठारे के साथ 3 डी में झपाटलेला 2 बनाई जो एक सुपरहिट फिल्म साबित हुई। यह फिल्म उनकी अपनी , 1993 बॉक्स ऑफिस पर हिट झपाटलेला , की अगली कड़ी है। कोठारे ने झपाटलेला 2 (जो पहली 3 डी मराठी फिल्म है )के लिए , एनिमेट्रॉनिक्स और CGI एक्सपर्ट स्पेनिश स्टीरेओग्राफऱ एनरिक क्रियादो की सेवाएं ली। [2][3] फिल्म एनडी स्टूडियो, कर्जत में फिल्मांकित की गयी और 7 जून 2013 पर जारी हुई और अपने 100 दिन चलने के कारण एक बड़ी हिट बन गई।
व्यक्तिगत जीवन
संपादित करेंकोठारे के बेटे आदिनाथ ने झपाटलेला 2 में एक अग्रणी भूमिका निभाई थी। आदिनाथ ने मराठी अभिनेत्री उर्मिला कनिटकर से शादी की है।
फिल्मोग्राफी
संपादित करेंएक अभिनेता के रूप में महेश कोठारे ने मुख्य रूप से एक पुलिस निरीक्षक महेश नाम से बहुत सी भूमिकाये निभाई है।
Year | Title | Remark |
---|---|---|
2013 | झपाटलेला 2[4] | CID इंस्पेक्टर महेश जाधव |
2011 | दुभंग [5] | |
2010 | आइडियाची कल्पना | |
2010 | वेद लावी जीवा | |
2008 | फुल ३ धमाळ | |
2007 | ज़बरदस्त | |
2006 | शुभ मंगल सावधान | |
2005 | खबरदार | अतिथि कलाकार |
2004 | पछाडलेला | इंस्पेक्टर महेश जाधव |
2000 | खतरनाक | |
1996 | मासूम | हिंदी फिल्म |
1994 | माझा छकुला | इंस्पेक्टर |
1993 | झपाटलेला | CID इंस्पेक्टर महेश जाधव |
1992 | जीवलागा | |
1990 | धडाकेबाज़ | महेश नेमाड़े |
1989 | थरथराट | CID इंस्पेक्टर महेश जाधव |
1987 | दे दनादन | सुब इंस्पेक्टर महेश डंके |
1985 | धूम धड़ाका | महेश जावलकर |
1983 | गुपचुप गुपचुप | अशोक |
1964 | छोटा जवान | |
1970 | सफर | फ़िरोज़ खान छोटे भाई की भूमिका में |
1971 | घर घर की कहानी | |
1968 | राजा और रंक |
पुरस्कार और मान्यता
संपादित करें- 1986 – सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए फिल्म धूमधड़ाका (मराठी) – फिल्मफेयर पुरस्कार
- 1986 – सर्वश्रेष्ठ फिल्म – फिल्म धूमधड़ाका (मराठी) – फिल्मफेयर पुरस्कार
- 1994 – सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए 3 – फिल्म माझा छकुला (मराठी) – महाराष्ट्र राज्य
- 1994 – सर्वश्रेष्ठ फिल्म 3 – फिल्म माझा छकुला (मराठी) – महाराष्ट्र राज्य
- 1994 – सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए फिल्म माझा छकुला (मराठी) – स्क्रीन पुरस्कार
- 1994 – सर्वश्रेष्ठ फिल्म – फिल्म माझा छकुला (मराठी) – स्क्रीन पुरस्कार
- 2001 – सर्वश्रेष्ठ निर्देशक – मराठी स्क्रीन पुरस्कार के लिए खतरनाक (मराठी फिल्म 2000)
- 2007 – सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए 2 – फिल्म खबरदार (मराठी), महाराष्ट्र राज्य
- 2007 – सर्वश्रेष्ठ पटकथा – फिल्म खबरदार (मराठी), महाराष्ट्र राज्य
- 2009 – पुरस्कार के लिए उत्कृष्ट योगदान के लिए मराठी सिनेमा – महाराष्ट्र राज्य
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Kothare Vision". मूल से 27 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 फ़रवरी 2017.
- ↑ The Third Dimension of Marathi Cinema
- ↑ "Terror in a new form". मूल से 11 अक्तूबर 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 फ़रवरी 2017.
- ↑ "Mahesh Kothare returns with Zapatlela 2". मूल से 11 अक्तूबर 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 फ़रवरी 2017.
- ↑ "Dubhang". मूल से 29 जुलाई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 फ़रवरी 2017.