महारानी कृष्णा बाई होल्कर या माजी केशरी बाई (मृत्यु सितम्बर १८४९) १८४३ से १८४९ के बीच भारतीय रियासत इन्दौर राज्य की रीजेंट थीं। उन्होंने १८४३–१८४४ में अपने दत्तक पुत्र महाराजाधिराज राज राजेश्वर सवाई श्री खंडेराव होलकर के अल्पवयस्क होने के दौरान तथा १८४४–१८४९ में उनके उत्तराधिकारी तुकोजीराव होल्कर द्वितीय के अल्पवयस्क होने के दौरान राज-प्रतिनिधि के रूप में कार्य किया।

कृष्णाबाई होल्कर की छतरी

वह इन्दौर के महाराजा जसवंतराव होलकर (शासनकाल १७९९-१८११) की हरम की उपपत्नी बनने से पहले एक मिट्टी के बर्तन बनाने वाली महिला थीं, जिनसे उन्होंने कभी औपचारिक रूप से विवाह नहीं किया। वह मल्हार राव होलकर तृतीय (शासनकाल १८११–१८३३) की माँ बनीं।

यह भी देखें

संपादित करें