माणा, भारत
भारत के उत्तराखण्ड राज्य का एक गाँव
माणा (Mana) भारत के उत्तराखण्ड राज्य के चमोली ज़िले में स्थित एक गाँव है। यह तिब्बत की सीमा पर स्थित माना दर्रा से पहले भारत का प्रथम ग्राम है। राष्ट्रीय राजमार्ग ७ यहाँ से गुज़रता है। तिब्बत की सीमा यहाँ से २६ किमी दूर है। अलकनंदा नदी और सरस्वति नदी का संगम यहाँ स्थित है।[1][2][3]
माणा Mana | |
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माणा का प्रवेशद्वार | |
निर्देशांक: 30°46′19″N 79°29′42″E / 30.772°N 79.495°Eनिर्देशांक: 30°46′19″N 79°29′42″E / 30.772°N 79.495°E | |
तहसील | जोशीमठ |
ज़िला | चमोली ज़िला |
प्रान्त | उत्तराखण्ड |
देश | भारत |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 1,214 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी, गढ़वाली |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंपर्यटन स्थल
संपादित करें- व्यास पोथी : व्यास पोथी नामक स्थान बद्रीनाथ से 3 किलोमीटर की दूरी पर उत्तराखंड के माणा गांव में स्थित है। यहां महाभारत के रचनाकार महर्षि वेद व्यासजी की गुफा है। इसके समीप ही गणेश गुफा है, मान्यता है की इसी गुफा में व्यासजी ने महाभारत को मौखिक रूप दिया था और गणेशजी ने उसे लिखा था।
माना जाता है की उत्तराखंड में अवस्थित पांडुकेश्वर तीर्थ में अपनी इच्छा से राज्य त्याग करने के बाद महाराज पांडु अपनी रानियों कुंती और मादरी संग निवास करते थे। इसी स्थान पर पांचों पांडवों का जन्म हुआ था।
- ↑ "Start and end points of National Highways". मूल से 22 सितंबर 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 April 2009.
- ↑ "Uttarakhand: Land and People," Sharad Singh Negi, MD Publications, 1995
- ↑ "Development of Uttarakhand: Issues and Perspectives," GS Mehta, APH Publishing, 1999, ISBN 9788176480994