मातृवंश समूह आई
मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में मातृवंश समूह आई या माइटोकांड्रिया-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप I एक मातृवंश समूह है। यह मातृवंश ३% से कम मात्राओं में भारतीय उपमहाद्वीप, मध्य पूर्व और यूरोप में मिलता है। इन इलाकों से बहार यह बहुत की कम मिलता है। मध्य और पूर्वी यूरोप में फैली कारपैथियन पर्वत श्रंखला के इलाकों में इसकी मात्रा ११% है जो की दुनिया में सब से अधिक है।[1][2] स्कैन्डिनेवियाई देशों में पाए गए पुराने शवों से पता चला है के प्राचीनकाल में इस क्षेत्र में मातृवंश समूह आई के वंशजों की संख्या १३% थी जबकि इन्ही इलाकों में यह संख्या अब २.५% है - इतिहासकारों का अंदाज़ा है के इस का मतलब है के पिछले हज़ार वर्षों में इन इलाकों में बाहार के बहुत से लोग आकर बसे होंगे जो मातृवंश समूह आई के वंशज नहीं हैं।[3] भारतीय उपमहाद्वीप में सिन्धी लोगों में इसकी संख्या ८% के आस-पास देखी गयी है।
अनुमान लगाया जाता है के जिस स्त्री के साथ इस मातृवंश की शुरुआत हुई वह आज से लगभग २६,३०० साल पहले पश्चिमी एशिया की निवासी थी।
ध्यान दें के कभी-कभी मातृवंशों और पितृवंशों के नाम मिलते-जुलते होते हैं (जैसे की पितृवंश समूह आई और मातृवंश समूह आई), लेकिन यह केवल एक इत्तेफ़ाक ही है - इनका आपस में कोई सम्बन्ध नहीं है।
अन्य भाषाओँ में
संपादित करेंअंग्रेज़ी में "वंश समूह" को "हैपलोग्रुप" (haplogroup), "पितृवंश समूह" को "वाए क्रोमोज़ोम हैपलोग्रुप" (Y-chromosome haplogroup) और "मातृवंश समूह" को "एम॰टी॰डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप" (mtDNA haplogroup) कहते हैं।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ 6/53 in Lemkos, : 43–58. डीओआइ:10.1353/hub.0.0048.
Lemkos shared the highest frequency of haplogroup I ever reported and the highest frequency of haplogroup M* in the region
Cite journal requires|journal=
(मदद); गायब अथवा खाली|title=
(मदद) - ↑ 15/133 in Cvjetan, S; Tolk, HV; Lauc, LB; Colak, I; Dordević, D; Efremovska, L; Janićijević, B; Kvesić, A; Klarić, IM (2004). "Frequencies of mtDNA haplogroups in southeastern Europe--Croatians, Bosnians and Herzegovinians, Serbians, Macedonians and Macedonian Romani". Collegium antropologicum. 28 (1): 193–8. PMID 15636075.
- ↑ Hofreiter, Michael; Melchior, Linea; Lynnerup, Niels; Siegismund, Hans R.; Kivisild, Toomas; Dissing, Jørgen (2010). Hofreiter, Michael (संपा॰). "Genetic Diversity among Ancient Nordic Populations". PLoS ONE. 5 (7): e11898. PMID 20689597. डीओआइ:10.1371/journal.pone.0011898. पी॰एम॰सी॰ 2912848.
The overall occurrence of haplogroups did not deviate from extant Scandinavians, however, haplogroup I was significantly more frequent among the ancient Danes (average 13%) than among extant Danes and Scandinavians (~2.5%) as well as among other ancient population samples reported. Haplogroup I could therefore have been an ancient Southern Scandinavian type “diluted” by later immigration events