माधवी पट्टनायक (या माधवी दासी ; 16वीं शताब्दी ई.) उड़िया भाषा की सबसे आरम्भिक कवयित्रियों में से एक हैं। वह १६वीं शताब्दी के आरम्भ में या १५वीं सदी के अन्त में प्रसिद्ध पंचसखा कवियों की समकालीन थीं। वे चैतन्य महाप्रभु की शिष्या थीं।