मुंहासे
मुंहासे या पिटिका (Pimples or Acne) त्वचा की एक स्थिति है जो सफेद, काले और जलने वाले लाल दाग के रूप में दिखते हैं। यह लगभग 13 वर्ष से शुरू होकर 30 वर्ष तक कभी भी निकल सकते हैं। ये निकलते समय तकलीफ दायक होते हैं व इसके बाद में भी इसके दाग-घब्बे चेहरे पर रह जाते हैं। मुंहासों का कारणा कारण हमारी खराब जीवनशैली और लापरवाही हो सकती है। कई बार यह समस्या इतनी बढ़ जाती है कि चेहरा दिखने में बहुत खराब लगता है। और इसके कारण आत्मविश्वास में कमी और मानसिक असहजता हो जाती है। आप विभिन्न उपचार ढूंढने का प्रयास करते हैं। पर इससे समस्या कम होने की बजाय ज्यादा बढ़ जाती है। डॉक्टर के परामर्श से ली गई दवाइयां भी स्थाई रूप से पिंपल से छुटकारा नहीं दिला सकती। पर पिंपल्स को जड़ से खत्म किया जा सकता है। तो चलिए बात करते हैं की जीवन शैली में क्या बदलाव लाएं और कौन से उपचार करें जिससे.....आगे पढ़े। Archived 2022-11-06 at the वेबैक मशीन
मुंहासों के अलग-अलग रूप
संपादित करेंमुंहासों के कई रूप होते है जैसे-पसदार मुंहासे, बिना पस कील के रूप में, काले खूटें के रूप में आदि। मुंहासों की शुरूआत भी अजीब होती है। पहले ये छोटे-छोटे दानों के रूप में चेहरे पर उभरते हैं। चेहरे में भी ललाट, गालों और नाक पर इनकी मात्रा ज्यादा होती है। यदि रोग की तीव्रता ज्यादा हो तो कंधे, पीठ और हाथ-पैरों पर हो सकते हैं। कुछ रोगियों में मुंहासे दाने के आकार से बड़े होकर पीवयुक्त गांठों के रूप में भी हो जाते हैं। इन मवादयुक्त गांठों में दर्द, जलन, सूजन और लालिमा पाई जाती है। कुछ मुंहासे काले सिर वाले होते हैं जिन्हें "कील" कहा जाता है। यदि इनको दबाया जाए, तो काले सिर के साथ-साथ भीतर से सफेद रोम जैसा पदार्थ बाहर निकलता है और इससे पैदा होने वाला छेद स्थाई हो जाता है।
पिंपल/मुंहासों के प्रकार
संपादित करें- कॉमेडोनिका (Comedonica) – किशोरों को होने वाले मुंहासे में से एक प्रकार कॉमेडोनिका एक्ने है। इसे माइल्ड एक्ने यानी हल्के मुंहासे के नाम से भी जाना जाता है। इस श्रेणी में ब्लैकहेड्स व व्हाइटहेड्स आते हैं।
- पुस्टुल्स एक्ने (Pustules Acne) – इसे मॉडरेट (मध्यम) मुंहासे कहा जाता है। इस मुंहासे की स्थिति में पिंपल हल्की सूजन दिखाई देती है और हल्का पस भी जम जाता है।
- नोड्यूल्स एक्ने (Nodules Acne) – मुंहासे के इस प्रकार को काफी गंभीर माना जाता है। इस स्थिति में एक्ने में सूजन हो जाती है और उनमें पीले रंग का पस भर जाता है।
- Papules
- Whiteheads Archived 2022-12-12 at the वेबैक मशीन
- Cysts
- Blackheads
- Pustakakar Pimples
- Allergic Pimples
पिंपल/मुंहासे के लक्षण
संपादित करें- व्हाइटहेड्स (बंद छिद्रित छिद्र)
- ब्लैकहेड (खुली छिद्रित छिद्र)
- छोटे लाल, टेंडर बम्प
पिंपल/मुंहासे होने के कारण
संपादित करेंऐलोपैथिक चिकित्सा विज्ञान के अनुसार मुंहासों का कारण होता है - वसा ग्रन्थियों (सिबेसियस ग्लैंड्स) से निकलने वाले स्राव का रुक जाना। यह स्राव त्वचा को स्निग्ध रखने के लिए रोम छिद्रों से निकलता रहता है। यदि यह रुक जाए तो फुंसी के रूप में त्वचा के नीचे इकट्ठा हो जाता है और कठोर हो जाने पर मुंहासा बन जाता है। इसे 'एक्ने वल्गेरिस' कहते हैं। इसमें पस पड़ जाए तो इसे कील यानी पिम्पल कहते हैं। पस निकल जाने पर ही यह ठीक होते हैं।
- क्रीम, लोशन, एक्सपायरी क्रीम का अधिक उपयोग करने से मुंहासे आ जाते हैं।
- व्यक्ति का नींद पूरा ना होने के कारण मुंहासे निकल जाते हैं।
- पाचन तंत्र में परेशानी होने के कारण भी चेहरे पर मुंहासे आ जाते हैं।
- हार्मोन में बदलाव होने के कारण लड़को और लड़कियों को मुंहासे आ जाते हैं।
- व्यक्ति के त्वचा पर पहले से मुंहासे है, तो तनाव होने के कारण मुंहासे और बढ़ जाते हैं।
- प्रदूषण से
मुहांसों के प्रभाव को कैसे कम करें?
संपादित करें- मुहाँसे की शुरुआत होते ही सर्वप्रथम किसी चर्म रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।
- भोजन में ज्यादा घी, तेल, मसालों का प्रयोग न करें। भरपूर मात्रा में पानी पिएँ। कब्ज न होने दें।
- चिकनाई वाले कॉस्मेटिक उत्पाद न लगाएं।
- अपने मेकअप ब्रश को अच्छी तरह से धोने की आदत डालें। इससे ब्रश में बैक्टीरिया नहीं पनपते हैं।
- चेहरे को किसी अच्छे मैडीकेटेड साबुन से धोएं।
- अपने बालों की सफाई का पूरा ध्यान रखें। बालों में रूसी न होने पाए, इस बात का ध्यान रखें।
- मुंहासे ज्यादा हों, तो कुछ दिन के लिए बालों में तेल न लगाएं।
- अगर कोई पिंपल निकले तो उसे दबाए नहीं। ऐसा करने से पिंपल अन्य जगहों पर फैल सकता है।
- मुंहासों को दबाने, फोड़ने या रगड़ने से बचने का प्रयास करें।
- हाथ या अंगुलियों से चेहरे को छूने से परहेज करें। बार-बार चेहरे को न छुएँ।
- ज़्यादा नमक खाने से पिंपल हो सकता है इसलिए सीमित मात्रा में नमक का सेवन करें।
- कच्ची सब्जियां व कम से कम 10-12 गिलास पानी दिन में पीएं।
- तनाव मुक्त रहें क्योंकि तनाव व नींद पूरी न होने से भी मुंहासे बढ़ते हैं।
- प्रात: काल ताजी स्वच्छ हवा में घूमें व व्यायाम करें।
- गर्म चीजों का सेवन न करें।
- ज्यादा मीठा, चाय-कॉफी, मिर्च मसाले भी कब्ज पैदा करते हैं, जिससे मुंहासे होते हैं। अत: इनका सेवन न करें।
- होमियोपैथिक चिकित्सा भी इस समस्या में लाभकारी होती है।
- मुहासों ने गंभीर रूप ले लिया हो, तो त्वचा रोग विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
घरेलू उपचार
संपादित करें- मुल्तानी मिट्टी में नींबू व टमाटर का रस मिलाकर लगाएं, सुखने पर धो डालें। मुल्तानी मिट्टी में चंदन पाउडर व गुलाब जल मिलाकर भी लगाया जा सकता है। यह पैक त्वचा में कसाव उत्पन्न करता है व रोमछिद्रों को सिकोड़ देता है।
- मसूर दाल का पाउडर बनाएं: सबसे पहले, 2 बड़े चम्मच मसूर दाल को मिक्सर में बारीक पीस लें। इसे अच्छे से पाउडर बना लें
- पेस्ट तैयार करें: अब इस मसूर दाल के पाउडर में 1 Read more
- सप्ताह में एक बार चेेेेहरेे को दही मे हल्दी +शहद +गुुुुलाबजल का पेेेेस्ट बहिये ।
- चेहरे को धोकर गर्म पानी से भाप लें, ब्लैक हैड रिमूवर से कील दबाकर निकाल दें, अब रूई से कील वाले स्थान पर स्किन टोनर लगाएं। बाद में ठंडे पानी से मुँह धो लें व फेस पैक लगा लें।
- एक चम्मच हल्दी को थोड़े से दूध में मिलाकर पेस्ट बना लें और इस पेस्ट को मुहासे पर लगाएं 20 से 25 मिनट बाद इसे धो लें।
- Aloe Vera को हल्दी के साथ चेहरे पर मसाज करे । अधिक जाने ... Archived 2023-01-29 at the वेबैक मशीन
Cream Pimples
संपादित करें- Acnestar cream Archived 2022-12-12 at the वेबैक मशीन
सन्दर्भ
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- पिम्पल्स का इलाज के लिये पाानी की कमी को दूूूर
- मुंहासों के प्रकार
- बाल तेजी से बढ़ाएँ
- मुंहासे होने के लक्षण, कारण और घरेलू उपचार Archived 2022-12-12 at the वेबैक मशीन
- Archived 2022-12-12 at the वेबैक मशीन