मुहीजी हयाती–आ–जा सोना रोपा वर्क

मुहीजी हयाती–आ–जा सोना रोपा वर्क सिन्धी भाषा के विख्यात साहित्यकार पोपटी आर. हीरानंदाणी द्वारा रचित एक आत्मकथा है जिसके लिये उन्हें सन् 1982 में सिन्धी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]

मुहीजी हयाती–आ–जा सोना रोपा वर्क  
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मुहीजी हयाती–आ–जा सोना रोपा वर्क
लेखक पोपटी आर. हीरानंदाणी
देश भारत
भाषा सिन्धी भाषा

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  1. "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.