मु. वरदराजन तमिल भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक उपन्यास अगल विळक्कु के लिये उन्हें सन् 1961 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]

मु. वरदराजन
पेशासाहित्यकार
भाषातमिल भाषा
राष्ट्रीयताभारतीय
विषयउपन्यास
उल्लेखनीय कामsअगल विळक्कु
  1. "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.