मेरीना (Merina) हिन्द महासागर के माडागास्कर द्वीप-राष्ट्र के मालागासी लोगों का एक उपसमुदाय है। यह उस देश के मध्य पहाड़ी-पठारी उच्चभूमीय क्षेत्र में रहते हैं और ऐतिहासिक रूप से माडागास्कर के सबसे प्रभावशाली गुट रहे हैं। १८वी व १९वी सदी के मालागासी राज्य के यही राजसीय समुदाय थे और उन्होंने अन्य मालागासी समुदायों को अपने अधीन कर लिया था। सन् १८९५-९६ काल में फ़्रान्स ने माडागास्कर पर क़ब्ज़ा कर लिया और १८९७ में इसे उपनिवेश बनाकर मेरीना साम्राज्य ख़त्म कर डाला, लेकिन इस के बाद बांटो और राज करो की नीति अपनाते हुए उन्होंने मेरिनाओं को अपने अधीन सरकार चलाने में मिला लिया। १९६० में स्वतंत्रता के बाद भी मेरीना मालागासी समुदाय के सबसे शक्तिशाली उपसमुदाय रहे हैं।[1]

Merina
मेरीना माडागास्कर द्वीप के मध्य भाग में रहते हैं (जामुनी रंग)
विशेष निवासक्षेत्र
माडागास्कर का मध्य भाग
भाषाएँ
मालागासी
धर्म
ईसाई धर्म
सम्बन्धित सजातीय समूह
बेतसिलेओ; अन्य मालागासी समुदाय; डायक

१९वीं सदी के मध्य में ब्रिटिश धर्म-प्रचारकों के प्रभाव से मेरीना का ईसाईकरण होने लगा। जब उनकी रानी रानावालोना द्वितीय (Ranavalona II) ने ईसाई धर्म अपना लिया तो लगभग सभी मेरीना ईसाई बन गये।

इन्हें भी देखें

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  1. "From Blessing to Violence: History and Ideology in the Circumcision Ritual of the Merina," Maurice Bloch, Cambridge University Press, 1986, ISBN 9780521314046, ... From the beginning of nationalist activity, but especially from 1940 onwards, the French tried to exacerbate tensions between the Merina and the coastal peoples of Madagascar by employing a 'divide and rule' policy ...