मैं मायके चली जाऊंगी तुम देखते रहियो
मैं मायके चली जाऊंगी तुम देखते रहियो भारतीय हिन्दी धारावाहिक है, जिसका प्रसारण सोनी चैनल पर 20 सितम्बर 2018 से शुरू हुआ। इसमें सृष्टि जैन और नामिष तनेजा मुख्य किरदार निभा रहे हैं।[1]
मैं मायके चली जाऊंगी तुम देखते रहियो | |
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शैली | नाटक प्रेम |
विकासकर्ता | वेद राज |
निर्देशक | धीरज सरना |
अभिनीत | सृष्टि जैन नमिश तनेजा |
प्रारंभ विषय | मैं मायके चली जाऊंगी.... |
मूल देश | भारत |
मूल भाषा(एँ) | हिन्दी |
उत्पादन | |
निर्माता | वेद राज |
उत्पादन स्थान | मुंबई भोपाल |
उत्पादन कंपनी | कागज कलम फिल्म्स |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | सोनी |
प्रसारण | 11 सितम्बर 2018 10 जुलाई 2019 | –
कहानी
संपादित करेंजया शादियों के कार्यक्रम की तैयारी का काम करती है। समर की बहन के शादी की तैयारी का काम भी उसे ही मिल जाता है, वहीं से समर और जया एक दूसरे से बार बार मिलने लगते हैं। वे दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं। जब जया से समर शादी के लिए पूछता है तो अपनी माँ के कारण वो साफ साफ मना कर देती है। पर जब जया की माँ को इस बात का पता चलता है तो वो समर को घर बात करने के लिए बुलाती है और मिलने पर कहती है कि जया भी उससे प्यार करती है। उन दोनों का रोका अगले दिन होना तय हो जाता है। लेकिन जब जया की माँ और समर की माँ आपने सामने होते हैं तो जया की माँ उन दोनों का रोका होने से पहले ही रिश्ता तोड़ कर चले जाती है। बाद में परिवार वालों को पता चलता है कि दोनों एक दूसरे से पहले भी मिल चुके हैं और उन दोनों के सोच में जमीन आसमान का फर्क है। इस फैसले से जया और समर, दोनों दुःखी हो जाते हैं।
समर की माँ, अपने बेटे को दुःखी देख कर एक बार जया की माँ से बात करने अदालत आ जाती है। वहाँ जया की माँ, समर की माँ के सामने सात शर्ते रखती है। जिसमें जया जब चाहे तब उसकी माँ से मिल सकती है, और उसकी माँ भी जब चाहे तब उससे मिल सकती है। जया कभी भी कितने बार भी उसकी माँ से फोन पर बात कर सकती है। उस पर किसी प्रकार के रीति रिवाज नहीं थोपा जाएगा। वो जितने गहने अपनी बेटी को देगी, शादी के टूटने के बाद उतने गहने सूची के अनुसार वापस भी करना होगा। जब जया चाहेगी, तभी वो माँ बनेगी, उसके लिए कोई उसे मजबूर नहीं करेगा। यदि तलाक होता है तो उसके जायदाद का आधा हिस्सा जया को मिल जाएगा। इन सारी शर्तों को समर की माँ मान लेती है और दस्तखत कर देती है। वे दोनों इन शर्तों के बारे में किसी और को न बताने का निर्णय लेते हैं।
कलाकार
संपादित करें- मुख्य
- सृष्टि जैन — जया, समर की पत्नी[2]
- नामिष तनेजा — समर, जया का पति
- नीलू वाघेला — सत्या देवी, जया की माँ
- अदिति देशपांडे — रमा, समर की माँ[3]
- अन्य
- हेमंत चौधरी — गौरी शंकर सुराना, समर के पिता
- माही शर्मा — शिखा शर्मा, जया की बड़ी बहन
- मोहसीन खान — कार्तिक, शिखा का पति
- याचित शर्मा — कबीर, कार्तिक और शिखा का बेटा
- तरुणा निरंकारी — रिचा शर्मा, जया की दूसरी बड़ी बहन
- लिली पटेल — सावित्री देवी, जया की नानी
- वाणी शर्मा — सारिका शंकर सुराना, समर की छोटी बहन
- विशाल चौधरी — सारिका का पति
- प्रिओम गुज्जर — विजय शंकर सुराना, समर का चचेरा भाई
- डॉली चावला — ज्योति शंकर सुराना, विजय की पत्नी
- प्रेम नाथ गुलाटी — समर के दादा
- कपिल पंजाबी — उमा शंकर सुराना, समर के चाचा
- मनीषा पुरोहित — प्रवा शंकर सुराना, उमा शंकर की पत्नी
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "सोनी टीवी के सीरियल 'मैं मायके चली जाऊंगी तुम देखते रहियो' के कलाकारों ने देखा बिंदास शहर". अमर उजाला. 28 सितम्बर 2018. मूल से 29 सितंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 अक्टूबर 2018.
- ↑ "हमेशा मायके जानें की फिराक में जया, समर कैसे बैठाएगा मां-पत्नी में बैलेंस". हरिभूमि. 10 सितम्बर 2018. मूल से 14 अक्तूबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 अक्टूबर 2018.
- ↑ "सुलझी हुई वह समझदार सास हैं अदिति देशपांडे". दिव्य हिमाचल. 15 सितम्बर 2018. मूल से 22 अक्तूबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 अक्टूबर 2018.