मोल्यासी राजस्थान राज्य (भारत) के सीकर जिले से 15 किमी. दूर पश्चिम की ओर स्थित एक गाँव है। यहाँ की जनसंख्या करीब 2000 है। नामकरण का आधार :- मो + ल्यासी = मोहित कर + लाने वाली । वह ग्राम जो भद्रपुरुषों को मोहित कर अपने पास बुला ले ।

मोल्यासी
सीकर जिला का भाग
राजस्थान, भारत
मोल्यासी is located in राजस्थान
मोल्यासी
मोल्यासी
निर्देशांक27°36′02″N 74°59′48″E / 27.600445°N 74.996541°E / 27.600445; 74.996541
प्रकारदुर्ग, गाँव
स्थल इतिहास
निर्मित११ वीं शताब्दी

यातायात के साधन संपादित करें

सीकर से यहाँ पहुँचने के दो रास्ते है। पहला तो सीकर सालासर बस स्टेण्ड से सालासर रास्ते पर गाँव फागलवा उतरना पड़ता है, फागलवा से गाँव 3.65 किमी. पड़ता है। फागलवा से सार्वजनिक यातायात साधन नहीं है दूसरा रास्ता सीकर सालासर बस स्टेण्ड या डीडवाना स्टेण्ड जहाँ से चलते ही प्रिंस विद्यालय और जयपुर बीकानेर राष्ट्रीय राजमार्ग 52 को पार करते हुए गाँव बलरामपुरा व पालवास और उसके बाद तासर छोटी से गुजरते हुए इस गाँव में पहुँचा जा सकता है। गाँव में अभी तक राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बस सेवा की सुविधा नहीं है, लेकिन निजी बसे चलती है। उसमे सबसे पहले सुबह 8:00 पूर्वाह्न एक बस आती है।

वापसी के लिए सीकर में सालासर बस स्टेण्ड या डीडवाना स्टेण्ड जहाँ से 1:45 अपराह्न पर एक बस चलती है जो गाँव मोल्यासी से 2:20 अपराह्न से गुजरती हुई आगे डीडवाना चली जाती है। उसके बाद एक और बस वही से 7:00 अपराह्न पर चलती है जो 07:45 अपराह्न पर गाँव पहुँचती है। सीकर के अलावा गाँव से कोई और बड़ा शहर नहीं लगने के कारण और कोई बड़े साधन भी नहीं है लेकिन गाँव के लिए जिला सीकर नज़दीक होना बहुत फायदेमंद है। राजधानी जयपुर भी बहुत ज्यादा दूर नहीं है मात्र 125 किमी. है।

सामाजिक स्थिति संपादित करें

गाँव मोल्यासी ग्राम पंचायत - दुगोली (मोल्यासी +दुगोली +जगतपुरा ) पं.स.धोद (सीकर) के अन्तर्गत आता है। राजपूत बाहुल्य इस गाँव में ब्राह्मण,जाट,जाँगिड, मीणा, जाट, सैन, सोनी, कुमावत, नायक, मेघवाल, मिहत्तर, सहित बावरिया जाति के लोग निवास करते है।

शिक्षा व्यवस्था संपादित करें

गाँव में एक राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय व एक निजी उच्च माध्यमिक विद्यालय है । राजकीय विद्यालय आजादी से पहले का है, इसीलिए बहुत वर्षों पहले आसपास के गाँवो के लोग यहाँ शिक्षा ग्रहण करने आते थे। लेकिन गाँव वालों की अनदेखी व विकास नहीं होने के कारण अभी भी केवल उच्च प्राथमिक तक ही है। गाँव के छोटे बच्चों की शिक्षा व पोषण के लिए 2 आँगनबाड़ी केन्द्र और आसपास ढाणियों के बच्चो की पढाई लिए 2 राजीव गाँधी शिक्षा केन्द्र भी है।

स्वास्थ्य व्यवस्था संपादित करें

गाँव में 2 स्वास्थ्य केन्द्र है, ज्यादा गम्भीर स्थिति मे सीकर के श्रीकल्याण अस्पताल में उपचार कराया जाता है।

धार्मिक केन्द्र संपादित करें

धार्मिक स्थानों में यहाँ ठाकुर जी,घोट्याणा बालाजी, भोम्याजी, शिव जी, और भी अनेक मन्दिर व धार्मिक स्थान है। श्री बालाजी गौशाला भी दर्शनीय स्थलों में से एक है। गाँव में 11 जून 2020 को लगभग अर्द्ध शताब्दी से भी अधिक वर्षों बाद टिड्डी दल का आगमन हुआ। हानि नहीं

सन्दर्भ संपादित करें