यिंगहुओ-1
यिंगहुओ-1 (Yinghuo-1) चीन का मंगल मिशन था। जो 8 नवंबर 2011 को हुआ था। यह यान फोबोस-ग्रन्ट के साथ लांच किया गया था। लेकिन फोबोस-ग्रन्ट की असफलता के कारण यह यान पृथ्वी की कक्षा में ही रहा। और 15 जनवरी 2012 को इस अभियान को असफल घोषित किया गया। [1]
मिशन प्रकार | मंगल उपग्रह |
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संचालक (ऑपरेटर) | चीनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन(CNSA) |
मिशन अवधि |
1 साल मंगल ग्रह की कक्षा में(योजना) पृथ्वी की कक्षा कभी रवाना नहीं हुआ |
अंतरिक्ष यान के गुण | |
लॉन्च वजन | 115 किलोग्राम (254 पौंड) |
आकार-प्रकार | 750 मिमी x 750 मिमी x 650 मिमी |
ऊर्जा | सौर ऊर्जा |
मिशन का आरंभ | |
प्रक्षेपण तिथि | 8 नवंबर 2011 20:16:03 यु.टी. |
रॉकेट | जेनिट-2एम |
प्रक्षेपण स्थल | स्थल 45/1, बैकानूर कॉसमोड्रोम |
परिनियोजित (डिप्लॉयमेंट) | फोबोस-ग्रन्ट (योजना) |
मिशन का अंत | |
क्षय तिथि | 15 जनवरी 2012 |
कक्षीय मापदण्ड | |
निर्देश प्रणाली |
अग्रकेंद्रिक कक्षा (योजना) भूकेन्द्रीय कक्षा (हासिल) |
काल | पृथ्वी की निचली कक्षा (हासिल) |
परिधि (पेरीएपसिस) | 800 किलोमीटर (500 मील) (योजना) |
उपसौर (एपोएपसिस) | 80,000 किलोमीटर (50,000 मील) (योजना) |
झुकाव | 5 डिग्री (योजना) |
अवधि | 3 दिन (योजना) |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Yinghuo-1". मूल से 27 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 सितंबर 2016.