ये धर्मा हेतु एक प्रसिद्ध संस्कृत मन्त्र है जो प्राचीन काल में बहुत प्रचलित थ। यह चैत्यों, मूर्तियों, आदि में प्रायः मिलता है।


यह मन्त्र निम्नलिखित है-

ये धर्मा हेतु-प्रभवा हेतुं तेषां तथागतो ह्यवदत्
तेषां च यो निरोध एवं वादी महाश्रमण


अर्थ : जो घटनाएँ हेतु से उत्पन्न होतीं हैं, तथागत ने उन घटनाओं के हेतु (कारण) बताये हैं और उनका जो निरोध (रोकने का उपाय) है उसे भी बताया है- ऐसा महाश्रमण कहते हैं।