योजना तथा वास्तुकला विद्यालय, भोपाल
योजना तथा वास्तुकला विद्यालय, भोपाल (School of Planning and Architecture, Bhopal) मध्य प्रदेश के भोपाल नगर में स्थित एक प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थान है जो नगरीय योजना, आर्किटेक्चर एवं डिजाइन के क्षेत्र में शिक्षण एवं अनुसंधान करता है।[1] सन २००८ में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा स्थापित दो योजना एवं वास्तुकला विद्यालयों में से यह एक है।[2] यह भारत सरकार द्वारा घोषित ‘राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों’ में से एक है। यह पूर्णतः स्वायत्त तथा केन्द्र सरकार द्वारा पूर्नतः वित्तपोषित संस्थान है।
चित्र:School of Planning and Architecture, Bhopal logo.png | |
प्रकार | सार्वजनिक |
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स्थापित | 2008 |
अध्यक्ष | बिमल पटेल |
निदेशक | एन श्रीधरन् |
स्थान | भोपाल, मध्य प्रदेश, भारत |
संबद्धताएं | मानव संसाधन मंत्रालय |
जालस्थल | www |
योजना तथा वास्तुकला विद्यालय, भोपाल का उद्देश्य
संपादित करें- संस्थान को योजना तथा वास्तुकला क्षेत्र में स्नातक, स्नातकोत्तर, डॉक्टरेट एवं पोस्ट डॉक्टरेट स्तर के उत्कृष्ठ शिक्षा केन्द्र के रूप में विकसीत करना।
- अनुसंधान एवं परामर्ष को महत्व देते हुए राष्ट्रीय स्तर के अनुसंधान एवं विकास केंद्र के रूप में स्वयं को स्थापित करना।
- राष्ट्रीय स्तर के डाटा बेस सेंटर के रूप में अवस्थापन एवं आवास विकास योजनाओं को बनाने एवं लागू करने के संबंध में सरकार को सहयोग देना।
- संस्थान को एक नोडल केन्द्र के रूप में स्थापित करना जो कि सम्बन्धित क्षेत्र में दूसरे वास्तुकला एवं स्थानिक योजना संस्थानों की निगरानी कर सके।
- उत्कृष्ठ संकाय संवर्ग की स्थापना करना जो योजना एवं वास्तुकला क्षेत्र में शिक्षण, अनुसंधान एवं परामर्श कार्य के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित होगें।
- मानव अवस्थापन के भौतिक विकास के लिए सरकार को अनुसंधित सूचना प्रदान करने के लिए एक सामाजिक उत्तरदायित्वता के संस्थान के रूप में विकसित होना।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "MHRD, National Institute Ranking Framework (NIRF)". www.nirfindia.org. मूल से 7 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2018-06-14.
- ↑ "MHRD list of Institutes of National Importance". mhrd.gov.in. 21 November 2017. मूल से 27 दिसंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 December 2017.