रत्नगोत्रविभाग
रत्नगोत्रविभाग या उत्तरतन्त्रशास्त्र बौद्धधर्म के तथागतगर्भ दर्शन के ऊपर रचित संस्कृत ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ की मूल रचना और टीकाभाष्य आदि तिब्बती और चीनी भाषाओं में संरक्षित है।
रत्नगोत्रविभाग या उत्तरतन्त्रशास्त्र बौद्धधर्म के तथागतगर्भ दर्शन के ऊपर रचित संस्कृत ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ की मूल रचना और टीकाभाष्य आदि तिब्बती और चीनी भाषाओं में संरक्षित है।