राघवांक () एक प्रसिद्ध कन्नड कवि थे। उन्होने होयसला राजाओं के आश्रय में साहित्यरचना की। उन्होने कन्नड साहित्य में शतपदी छन्द का प्रयोग करके उसे लोकप्रिय बनाया। हरिश्चन्द्र काव्य उनकी प्रसिद्ध रचना है।