होयसल राजवंश
यह एक प्रमुख कन्नडगी साम्राज्य था जो अब तक कर्नाटक की सबसे अधिकतर शासन करता है, भारत 10 वीं और 14 वीं शताब्दियों के बीच है।
होयसल प्राचीन दक्षिण भारत का एक यदुवंशी अहिर आभीर राजवंश था। इसने दसवीं से चौदहवीं शताब्दी तक राज किया। होयसल शासक पश्चिमी घाट के पर्वतीय क्षेत्र वाशिन्दे थे पर उस समय आस पास चल रहे आंतरिक संघर्ष का फायदा उठाकर उन्होने वर्तमान कर्नाटक के लगभग सम्पूर्ण भाग तथा तमिलनाडु के कावेरी नदी की उपजाऊ घाटी वाले हिस्से पर अपना अधिकार जमा लिया। इन्होंने ३१७ वर्ष राज किया। इनकी राजधानी पहले बेलूर थी पर बाद में स्थानांतरित होकर हालेबिदु हो गई जिसे द्वार समुद्र भी कहा जाता था।होयसळ राजवंश कि सत्त्ता मुुुहम्मद बिन
तुघलने खत्म की.क
शासकसंपादित करें
- नृप काम २ (1026 - 1047)
- होयसल विनयादित्य (1047 - 1098)
- एरयंग (1098 - 1102)
- वीर बल्लाल १ (1102 -1108)
- विष्णुवर्धन (1108 - 1152)
- नरसिंह १ (1152 – 1173)
- वीर बल्लाल २ (1173 – 1220)
- वीर नरसिंह २ (1220 – 1235)
- वीर सोमेश्वर (1235 – 1254)
- नरसिंह ३ (1254 – 1291)
- वीर बल्लाल ३ (1292 – 1343)
हरिहर राय १ ने इसके पश्चात विजयनगर साम्राज्य स्थापित किया।
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Abhay Singh