राजकोट

भारत के गुजरात राज्य का एक नगर

राजकोट (Rajkot) भारत के गुजरात राज्य का एक प्रमुख नगर है। यह सौराष्ट्र क्षेत्र के बीच में है और राजकोट ज़िले का मुख्यालय भी है। आजी नदी राजकोट के बीच से बहती है और इसे दो भागों में विभाजित करती है।[1][2][3]

राजकोट
Rajkot
રાજકોટ
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ऊपर से: रामकृष्ण आश्रम, राजकोट रेलवे स्टेशन,रानी लक्ष्मीबाई सर्कल, वॉटसन संग्रहालय, शॉपिंग मॉल
राजकोट is located in गुजरात
राजकोट
राजकोट
गुजरात में स्थिति
निर्देशांक: 22°18′00″N 70°46′59″E / 22.300°N 70.783°E / 22.300; 70.783निर्देशांक: 22°18′00″N 70°46′59″E / 22.300°N 70.783°E / 22.300; 70.783
देश भारत
प्रान्तगुजरात
ज़िलाराजकोट ज़िला
क्षेत्र686 किमी2 (265 वर्गमील)
ऊँचाई128 मी (420 फीट)
जनसंख्या (2011)
 • कुल12,86,678
भाषा
 • प्रचलितगुजराती
समय मण्डलभारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30)
पिनकोड360 0XX
दूरभाष कोड0281
वाहन पंजीकरणGJ-03
साक्षरता87.80%
वेबसाइटwww.rmc.gov.in

विवरण संपादित करें

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की क्रीड़ास्थली राजकोट, कभी सौराष्ट्र की राजधानी रहा था। महात्मा गाँधी के पिता करमचंद गाँधी सौराष्ट्र के दीवान थे। यहीं से गाँधी जी ने अपना बचपन संवारा तथा अपनी जिन्दगी के प्रारम्भिक दिन राजकोट की गलियों में ही व्यतीत किये। गाँधी जी ने यहीं से हिन्दुस्तानियों व अंग्रेज़ों के रहन-सहन के अंतर को क़रीब से देखा। मोहनदास करमचंद गाँधी ने उच्च स्कूल तत्कालीन अलफ्रंट हाई स्कूल में अपनी शिक्षा ग्रहण की थी। गाँधीजी की इस नगरी में पर्यटकों के लिए काबा गाँधीना देलो (गाँधी जी का निवास स्थान) जिसमें आज बाल मन्दिर स्कूल चल रहा है, राजकुमारी उद्यान, जबूली उद्यान, वारसन संग्रहालय, रामकृष्ण आश्रम, लालपरी झील, अजी डेम, रंजीत विलास पैलेस, सरकारी दुग्ध डेरी आदि दर्शनीय स्थल हैं। राजकोट में मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय पतंग मेला बड़ी संख्या में लोगों को आकर्षित करता है।

इतिहास संपादित करें

प्राचीन सभ्यता और आज़ादी की लड़ाई से राजकोट का बहुत नजदीकी संबंध रहा है। राजकोट से भारत के राजनीतिक और सांस्कृतिक इतिहास की बहुत सी यादें जुड़ी हुईं हैं। सन 1612 ई. में राजकोट शहर की स्थापना जडेजा वंश के ठाकुर साहब विभाजी जडेजा ने की थी।

यातायात और परिवहन संपादित करें

हवाई मार्ग संपादित करें

राजकोट हवाई अड्डा देश के अनेक प्रमुख हवाई अड्डों से नियमित उड़ानों द्वारा जुड़ा हुआ है।

रेल मार्ग संपादित करें

राजकोट राज्य और देश के अनेक शहरों से रेलमार्ग द्वारा जुड़ा है। राजकोट के लिए अनेक शहरों से नियमित रेलगाड़ियाँ निरंतर चलती रहती हैं।

सड़क मार्ग संपादित करें

राजकोट से और राजकोट के लिए नियमित राज्य परिवहन और निजी बसें चलती रहती हैं। राज्य और अन्य पड़ोसी राज्यों के अनेक शहरों से यह शहर सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग 27 यहाँ से गुज़रता है।

उद्योग और व्यापार संपादित करें

राजकोट का सोनी बाज़ार गुजरात में स्थित सोने का सबसे बड़ा बाज़ार है। गुजरात में स्थित राजकोट को इंजीनियरिंग एवं वाहन पुर्जों के उत्पादन के लिए जाना जाता है। राजकोट छोटे ट्रैक्टरों के उत्पादन के मामले में भी प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रहा है। राजकोट में तक़रीबन 25-30 कंपनियाँ 25 हॉर्सपावर के ब्रांडेड और बिना ब्रांड वाले ट्रैक्टर बना रही हैं। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा जैसी कुछ प्रमुख कंपनियाँ भी इस काम में शामिल हैं।

मिनी ट्रैक्टर्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष और कैप्टन ट्रैक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड के निर्देशक राजेश पटेल कहते हैं, 'छोटे ट्रैक्टरों के उत्पादन के मामले में प्रमुख केंद्र बनने की क्षमता राजकोट में है। यहाँ पिछले 12 साल से छोटे ट्रैक्टर बन रहे हैं। कम लागत और उत्पादन के लिए जरूरी चीज़ों की आसानी से उपलब्धता की वजह से इसमें मदद मिली है।' 'राजकोट छोटे ट्रैक्टरों की जन्मस्थली है।'

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Gujarat, Part 3," People of India: State series, Rajendra Behari Lal, Anthropological Survey of India, Popular Prakashan, 2003, ISBN 9788179911068
  2. "Dynamics of Development in Gujarat," Indira Hirway, S. P. Kashyap, Amita Shah, Centre for Development Alternatives, Concept Publishing Company, 2002, ISBN 9788170229681
  3. "India Guide Gujarat," Anjali H. Desai, Vivek Khadpekar, India Guide Publications, 2007, ISBN 9780978951702