रानीघाटी ग्वालियर से दक्षिण दिशा की ओर ग्वालियर नरवर मार्ग पर स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है। यह क्षेत्र पूरी तरह से पहाड़ी है और आसपास जंगल ही जंगल है। ऐतिहासिक दृष्टि से यह बेहद महत्वपूर्ण स्थान है। मान्यता है कि रानीघाटी वही स्थान है जहाँ राजा नल का जन्म हुआ था।

राजा नल की जन्मभूमिः रानीघाटी
रानीघाटी: राजा नल की जन्मस्थली (नरवर-ग्वालियर)

रानीघाटी पर कई ऐतिहासिक इमारतें और मंदिर खंडहर अवस्था में पड़े हैं। पूरे रानीघाटी क्षेत्र में तमाम ऐतिहासिक शिलालेख और अवशेष यत्र-तत्र बिखरे पड़े हैं। डॉ मनोज माहेश्वरी के मुताबिक यह स्थान अति प्राचीन और ऐतिहासिक है। राजा नल का जन्म यहीं पर हुआ था। यहाँ एक विशाल राम जानकी मंदिर है। पहाड़ों की तलहटी में में बड़ा सुंदर और हराभरा रमणीक स्थल मौज़ूद है। यहाँ एक प्राकृतिक जल स्रोत भी है जो कि एक गौमुख से होकर है।