रामचंद्र मुर्मू
संथाली भाषा के साहित्यकार
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रामचंद्र मुर्मू (संथाली: ᱨᱟᱢᱪᱚᱸᱫᱽᱨᱚ ᱢᱩᱨᱢᱩ) संताली भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक जीवनी गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू के लिये उन्हें सन् 2006 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]
रामचंद्र मुर्मू | |
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पेशा | साहित्यकार |
भाषा | संथाली भाषा |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
खिताब | साहित्य अकादमी पुरस्कार |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.
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