राशन कार्ड या राशन स्टांप एक कार्ड है जो किसी सरकार की ओर से जारी किया जाता है। यह कार्डधारक को भोजन या अन्य सामान प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है जो युद्ध के दौरान कम मात्रा में उपल्ब्ध किए जा रहे हों या किसी अन्य आपात स्थितियों में जब राशन करने लागू की जाती चुकी हो। इसे युद्ध के अंत के बाद भी दोनों पक्षों की ओर से लागू कर रहे हैं जब मषार्बियन की मझेशतें धीरे-धीरे सामान्य पर पहुंचे हैं। राशन स्टांप किसी भी समय पर आवश्यक खाद्यान्न बनाए रखने के लिए भी ब रोए कार लाया जाता है। इसका कारण यह प्रयास है कि किसी भी व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से अधिक खाद्यान्न जमा करने का आधिकारिक रूप से मौका न मिले।

अमरीका में पहला खाद्य स्टांप, 20 अप्रेल, 1939
जर्मन राशन स्टाम्प उस व्यक्ति के लिए जो द्वीतीय युद्ध के दौरान पाँच दिनों की छुट्टी पर जा रहा हो।
1944 का फ़्रेन्च राशन स्टाम्प
प्रति दिन औद्योगिक उत्पादों का राशन स्टाम्प/ कूपन, नैनजींग, चीन
रोमानिया का 1989 में जारी डबल रोटी के लिए राशन कार्ड
युगोस्लाविया में 1950 में जारी दूध के लिए राशन कार्ड

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद भारत में राशन प्रणाली हमेशा स्थापित रही है। राशन कार्ड प्रकार अपने धारक व्यक्ति को प्राप्त लाभ दिखाती है। यह कार्ड भारत में सार्वजनिक वितरण प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा है। अपनी आर्थिक स्थिति के मद्देनजर लोग खाद्यान्न, चीनी और मिट्टी का तेल राशन कार्ड से प्राप्त कर सकते हैं।

वर्तमान रूप में तीन प्रकार के कार्ड वितरित होते हैं:

संयुक्त राज्य

संपादित करें

संयुक्त राज्य में द्वितीय विश्व युद्ध के समय राशन प्रणाली प्रचलित थी।

सरकारी धन गरीबी से प्रभावित लोगों को अतिरिक्त पोषण में सहयोग कार्यक्रम (Supplemental Nutrition Assistance Program) के तहत प्रदान की गई। आम बोलचाल में इसे चाल "खाद्य स्टाम्पस" कहा जाता है। इन "खाद्य स्टामपस" और राशन स्टांपों का तुलनात्मक आकनन सीमित है, क्योंकि संयुक्त राज्य में सामान्य बाजारों में इन स्टांपों के बिना भी खाद्य सामग्री खरीदी जा सकती है।

संयुक्त राजशाही

संपादित करें

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान संयुक्त राजशाही में राशन करने की प्रणाली का प्रयोग किया गया। यह युद्ध के अंत के बाद भी जारी रहा। इसकी प्रशंसा इस बात के लिए की गई है कि इसकी वजह से सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार देखा गया। ईंधन का राशन 1950 तक समाप्त नहीं हुआ। [1]

राशन कार्ड पोलिश जनवादी गणराज्य में दो अवसरों में प्रयुक्त हुआ: अप्रैल 1952 - जनवरी 1953 और अगस्त 1976 - जुलाई 1989 तक।

इन्हें भी देखें

संपादित करें
  1. "1950: UK drivers cheer end of fuel rations". BBC. 26 May 1950. मूल से 7 मार्च 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-03-27.