राष्ट्रीय चलचित्र पुरस्कार २०१०
वर्ष २०१० के लिए भारत के चलचित्र क्षेत्र के सर्वाधिक प्रतिष्ठित सम्मान राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार ९ सितंबर २०११ को प्रदान किए गए। भारत की तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के इस ५८वें संस्करण के पुरस्कारों को प्रदान किया। [1][मृत कड़ियाँ]
- फिल्म निर्माता के. बालाचंद्र को वर्ष 2010 के लिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- चार बाल कलाकारों दक्षिणपुरी, दिल्ली के हर्ष मायर (फिल्म 'आई एम कलाम'), धरावी, मुम्बई के शांतनु रांगणेकर और मछेन्द्र गाडेकर (फिल्म 'चैंपियन्स), विवेक चाबुकस्वर (फिल्म 'बाबू बैंडबाजा')। को प्रदान किया गया।
- सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार तमिल फिल्म 'आदुकलाम' के लिए के. धनुष, मलयालम फिल्म 'अदामिन्ते माकन आबु' के लिए सलीम कुमार, मराठी फिल्म 'बाबू बैंड बाजा' के लिए मिताली जगताप वरदकर, तमिल फिल्म 'थेनमेरूकु पारूवक्कात्रु' के लिए सारन्या पोनवान्नन को दिया गया। इन सभी को 50 हजार रुपये नकद के साथ रजत कमल प्रदान किया गया।
- सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म पुरस्कार 'अदामिन्ते माकन आबु' (मलयालम) के निर्माता सलीम अहमद और अशरफ बेदी को दिया गया। इसमें स्वर्ण कमल के साथ प्रत्येक
को 2.50 लाख रुपये प्रदान किए गए।
- इंदिरा गांधी पुरस्कार फिल्म 'बाबू बैंड बाजा' (मराठी) के लिए निर्देशक राजेश पिनजानी और निर्माता नीता जाधव को दिया गया। उन्हें स्वर्ण कमल के साथ 1.25 लाख रुपये प्रदान किए गए।
- सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार 'दबंग' (हिंदी) के निर्माता अरबाज खान, मलाइका अरोड़ा और ढिलिन मेहता तथा निर्देशक अभिनव सिंह कश्यप को दिया गया।
- राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नरिगस दत्त पुरस्कार फिल्म 'मोनेर' के निर्माता हबीबुर रहमान (बांग्लादेश) को दिया गया।
- सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार फिल्म 'दो दुनी चार' के लिए निर्माता-अरिन्दम चौधुरी और निर्देशक हबीब फैसल को दिया गया।
- हिंदी फिल्म 'इश्किया' को चार पुरस्कार- सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन पुरस्कार विशाल भारद्वाज को और सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार रेखा भारद्वाज को गीत 'ससुराल गेंदा फूल' के लिए दिया गया।