राष्ट्रीय राजमार्ग 05 (नेपाल)
डाक राजमार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग ०५) (नेपाली: हुलाकी राजमार्ग) पूर्वी नेपाल (कोशी प्रदेश) के झापा जिला से भारतीय सीमावर्ती क्षेत्र के नजदीक से होते हुए सुदूरपश्चिम प्रदेश के कंचनपुर जिला तक जाती है। यह नेपाल का सबसे पुराना राजमार्ग है, जिसका निर्माण जुद्ध शमशेर जंग बहादुर राणा और पद्म शमशेर जंग बहादुर राणा ने पूरे देश में परिवहन और डाक सेवाओं में सुविधा हेतु बनवाया था। [1]
डाक राजमार्ग | |
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हुलाकी राजमार्ग | |
लाल रंग में डाक राजमार्ग | |
मार्ग की जानकारी | |
लंबाई: | 1,792.42 कि॰मी॰ (1,113.76 मील) |
अस्तित्व में: | 1930s – present |
प्रमुख जंक्शन | |
East अन्त: | भद्रपुर् |
बिराटनगर, राजबिराज, सिराहा, जनकपुर, मलंगवा, गौर, बिरगंज, परासी, भैरहवा, नेपालगंज, गुलरिया, धनगढ़ी | |
West अन्त: | दोधारा |
यह राजमार्ग दो लेन वाला है जो तराई सीमांत के 20 जिलों को जोड़ता है और नवंबर 2020 तक इस सड़क निर्माण का 83% काम पूरा हो चुका है. हुलाकी राजमार्ग निर्देशालय, सड़क विभाग इस परियोजना से संबंधित किसी भी चीज़ से संबंधित एक सरकारी कार्यालय है[2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Highways in Nepal". Adarsha Nepal Adventure. मूल से 2013-07-03 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2010-05-18.
- ↑ "हुलाकी राजमार्गको 83% निर्माण सम्पन्न" [83 percent construction of Postal Highway completes in one and half decades]. MyRepublica (English में). Nagarik Network. 23 January 2023. अभिगमन तिथि 6 July 2023.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)