रिसैट-२ (RISAT-2) भारत का एक कृत्रिम उपग्रह है। 'रिसैट', रडार इमैजिंग सैटेलाइट का लघुरूप है। यह सभी मौसमों में सुरक्षात्मक-निगरानी (surveillance) करने वाला उपग्रह है। इसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने २० अप्रैल को श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया। रिसैट-दो किसी भी मौसम में पृथ्वी की तस्वीर खींचने में सक्षम है और बाढ़ एवं भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं के बारे में भी पता लगाने में उपयोगी है।

रिसैट-२

रीसैट-२ में सिथेंटिक एपर्चर राडार (Synthetic Aperture Radar या एसएआर) लगा है जो पूर्व में प्रक्षेपित भारत के सुदूर संवेदन उपग्रहों से अलग है। यह सिग्नल के लिए कई एंटीना से लैस है, जिससे स्पष्ट तस्वीरें खींची जा सकती हैं। एसएआर का निर्माण इसराइल की एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने किया है, जो रक्षा क्षमताओं से युक्त है। एसएआर दिन-रात किसी भी मौसम और बादल वाले मौसम में भी तस्वीर खींच सकता है। इससे पहले भारतीय उपग्रहों में ऐसी क्षमता नहीं थी।

विशेषताएँ संपादित करें

  • भार - ३०० किग्रा
  • प्रक्षेपण के लिये प्रयुक्त राकेट - ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) सी-12
  • कक्षा - धरती से ५५० किमी उपर