रुआण्डा-रुण्डी भाषाएँ
रुआण्डा-रुण्डी मध्य अफ़्रीका में बोली जाने वाली कुछ बांटू भाषाओं का समूह है जिसमें कई आपस में सम्बन्ध रखने वाली उपभाषाएँ हैं। सन् २००७ में लगे अनुमान के अनुसार इसकी सारी उपभाषाओं को लगभग २ करोड़ लोग बोलते थे। रुआण्डा-रुण्डी की अलग-अलग उपभाषाओं को बोलने वाले अगर समीप के गाँवों-बस्तियों के हों तो एक-दूसरे को समझने में सक्षम हैं लेकिन दूर रहने वालों को आपसी बातचीत समझने में कठीनाई होती है। रुआण्डा-रुण्डी की दो उपभाषाओं को अपने-अपने देशों में राजभाषा होने का दर्जा प्राप्त है: किन्यारुआण्डा भाषा रुआण्डा की एक राजभाषा है जबकि किरुण्डी उसके पड़ोसी देश बुरुण्डी की राजभाषा है।[1]
रुआण्डा-रुण्डी Rwanda-Rundi | |
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रुआण्डा-रुण्डी | |
बोलने का स्थान | रुआण्डा, बुरुण्डी, युगांडा, तंज़ानिया, कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य |
समुदाय | हूटू, टुटसी, त्वा, हा, शूबी, हांगाज़ा, विन्ज़ा |
मातृभाषी वक्ता | ८८ लाख (२००७) |
भाषा परिवार |
नाइजर-कॉन्गो
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उपभाषा |
हा
शूबी
हांगाज़ा
विन्ज़ा
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लिपि | रोमन लिपि |
भाषा कोड | |
आइएसओ 639-3 | – |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Nordhoff, Sebastian; Hammarström, Harald; Forkel, Robert; Haspelmath, Martin, eds. (2013). "Rwanda–Rundi (J.60)". Glottolog. Leipzig: Max Planck Institute for Evolutionary Anthropology.