रुग्मिनी गोपालकृष्णन
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रुग्मिनी गोपालकृष्णन (जन्म 1936) एक सरस्वती वीणा कर्नाटक संगीत , भारत में कलाकार है।
रुग्मिनी गोपालकृष्णन | |
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जन्म |
1936 तमिलनाडु, भारत |
पेशा | वीणा कलाकार |
जीवनी
संपादित करेंरूग्मिनी गोपालकृष्णन का जन्म तमिलनाडु में हुआ था,वह बड़ी होकर अपने परिवार के साथ केरल रहने चली गई थीं। वह गायिकाशक्तिमणि हरिकेसनल्लुर मुथैया भगवतार की पोती है। उन्होंने भारत में कर्नाटक संगीत के शिक्षण, रिकॉर्डिंग और प्रदर्शन को शामिल करते हुए 60 साल से अधिक का करियर बनाया है। उन्होंने अपने चाचा श्री नेल्लई टीवी के तहत संगीत और गायन में प्रारंभिक प्रशिक्षण शुरू किया ।1954 में रुग्मिनी ने भारत के पहले राष्ट्रपति, राजेंद्र प्रसाद से 17 वर्ष की आयु में,राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त किया। 18 वर्ष की आयु में वीना के लिए पहली अखिल भारतीय रेडियो (AIR) प्रतियोगिता में पुरस्कार प्राप्त किया। उन्होंने 1957 से 1986 तक केरल के तिरुवनंतपुरम में स्वाति थिरुनल कॉलेज ऑफ़ म्यूज़िक में संगीत विभाग में प्रोफेसर और प्रमुख के रूप में कार्य किया। वह 1987 से 1990 तक पलक्कड़ में चेम्बाई मेमोरियल गवर्नमेंट म्यूजिक कॉलेज में प्रिंसिपल के रूप में काम करती रहीं ।वह कालीकट विश्वविद्यालय में बोर्ड ऑफ स्टडीज की सदस्य हैं, और दिल्ली एंव तिरुवनंतपुरम के लिए ऑल इंडिया रेडियो के ऑडिशन बोर्ड के सदस्य भी हैं। वह तमिल और मलयालम भाषाओं में कर्नाटक संगीत पर कई भारतीय कमीशन पुस्तकों और निबंधों की लेखिका हैं। उन्हें ऑल इंडिया रेडियो के साथ ए-टॉप ग्रेड आर्टिस्ट का खिताब दिया गया है, जो एक स्टेशन है जो 1954 से शुरू होकर 64 साल से अधिक समय से वीणा रंगरेलियों का प्रसारण कर रहा है। वह नियमित रूप से राष्ट्रीय भारतीय टेलीविजन चैनल दूरदर्शन पर प्रदर्शन देती हैं। रूग्मिनि गोपालकृष्णन निजी तौर पर तिरुवनंतपुरम में अपने घर पर व्याख्यान देने के साथ-साथ वीणा को संगीत की प्रयोगशालाओं में प्रदर्शित करते हैं। वह अपने संगीत के लिए कई सम्मान और पुरस्कार प्राप्त कर चुकी हैं ।और नियमित रूप से पूरे भारत में कर्नाटक संगीत समारोहों में वीणा संगीत कार्यक्रम भी करती हैं।