रोंगमेइ (Rongmei) भारत के पूर्वोत्तर भाग में असम, नागालैण्ड और मणिपुर राज्यों में बसने वाला एक समुदाय है। यह नागा समुदाय की ज़ेलियांगरोंग शाखा की एक उपशाखा हैं और रोंगमेइ भाषा बोलते है। प्रसिद्ध रानी गाइदिन्ल्यू, जिन्होंने पारम्परिक नागा धर्म व संस्कृति की रक्षा का प्रयास करा था, इसी समुदाय की थीं।[1]

रोंगमेइ नागा
Rongmei Naga
कुल जनसंख्या
1,50,000 (सन् 2001)
विशेष निवासक्षेत्र
असम, नागालैण्ड, मणिपुर
 भारत
भाषाएँ
रोंगमेइ भाषा
धर्म
ईसाई धर्म, तिंगकाओ रागवांग चापरियाक (पारम्परिक धर्म)
सम्बन्धित सजातीय समूह
अन्य नागा लोग

इन्हें भी देखें

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