लक्ष्मीनंदन बोरा
भारतीय लेखक
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लक्ष्मीनंदन बोरा (जन्म १ मार्च १९३२) असमिया भाषा के सुप्रसिद्ध साहित्यकार हैं। भारत के असम राज्य में स्थित नौगाँव जिले के कुजिदह गाँव में जन्में लक्ष्मीनंदन बोरा जोरहाट के असम कृषि विश्वविद्यालय में कृषि एवं मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष हैं। उनकी कृति पाताल भैरवी को १९८८ में साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया जा चुका है। उन्हें बिरला फाउंडेशन द्वारा २००८ के सरस्वती सम्मान से भी सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें २००२ में प्रकाशित उपन्यास कायाकल्प के लिए दिया गया। वे अब तक ५६ पुस्तकें लिख चुके हैं, जिसमें उपन्यास, कहानी संग्रह, एकांकी, यात्रा वृत्तांत और जीवनी शामिल है। सरस्वती सम्मान से अलंकृत होने वाले वे पहले असमिया साहित्यकार हैं।
लक्ष्मीनंदन बोरा | |
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जन्म |
15 June 1932 Kujidah, नौगाँव जिले, असम, भारत |
मौत |
3 जून 2021 Guwahati | (उम्र 88 वर्ष)
पेशा | साहित्यकार, Scientist |
कार्यकाल | 1954-2021 |
जीवनसाथी | Madhuri |
बच्चे |
Seuji Tridib Nandan Swaroop Nandan |
माता-पिता |
Phuleswar Bora Phuleswari |
पुरस्कार |
Padma Shri साहित्य अकादमी पुरस्कार सरस्वती सम्मान Publication Board Assam Lifetime Achievement Award Magor Assam Valley Literary award] Bharatiya Bhasha Parishad Rachna Samagra Award |
वेबसाइट web site |