लम्बी दूरी वाला सम्बंध

लम्बी दूरी वाला सम्बंध दो साथियों के बीच एक आभ्यंतर सम्बंध होता है जो भौगोलिक रूप से एक दूसरे से काफ़ी दूर होते हैं। लम्बी दूरी वाले सम्बंध में शामिल साथी एक-दूसरे से भौगोलिक विभाजन झेलते हैं और आमने-सामने के सम्बंध से वंचित होते हैं। यह दूरी विशेष रूप से कॉलेज के विद्यार्थियों में पाई गई है जिनकी संख्या ऐसे सारे सम्बंधों में २५% से ५०% के बीच देखी गई है। [1] हालाँकि सोधार्थी स्नातक के विद्यार्थियों के बीच लम्बी दूरी वाले सम्बंध की सूचना दे चुके हैं, पर इस सम्बंध पर अध्ययन अपर्याप्त है।[2]

विशेषताएँ संपादित करें

लम्बी दूरी वाले सम्बंध गुणवत्ता के आधार पर भौगोलिक रूप से नज़दीकी सम्बंधों से भिन्न हैं; यानी उन सम्बंधों से जिनमें साथी एक दूसरे को अधिकांश दिनों में आमने-सामने देखने में सक्षम हैं। रोलफ़िंग (१९९५)के अनुसार लम्बी दूरी वाले सम्बंध को निम्न लिखित चुनैतियों का सामना करना पड़ता है:

  • सम्बंध बनाए रखने के लिए बढ़ी हुआ वित्तीय भार
  • भौगोलिक रूप से निकट मित्रता ही बनाए रखना कठिन है तो लम्बे फ़ासले के रूमानी सम्बंध में तो यह और भी सम्भव नहीं है।
  • दूर से सम्बंध की स्थिति का जाँचना कठिन है।
  • सम्बंध में साथियों से सीमित आमने-सामने हुई बैठकों से बहुत अधिक की अपेक्षा की जाती है।

असफलता की सम्भावना का मुख्य कारण संपादित करें

एक प्रेम संबंध जितना खिलता जाता है, दूरी उतनी मिटती जाती है। इसी के पश्चात प्रेमी उतने एक दूसरे के पास आते जाते हैं । और एक क्षण आता है जब वे इतने पास होते हैं कि दूरी रह ही नहीं जाती । और यह दूरी का मिटना शरीर के स्तर पर नहीं होता, क्योंकि शरीर के स्तर पर तो लम्बी दूरी वाले सम्बंध में होगी ही ।[3] इस स्तर की निकटता स्थापित नहीं हो सकती। इससे सम्बंधों में निरसता और खटास फैल सकती और वे समाप्त हो सकते हैं।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Maguire, Katheryn C.; Terry A. Kinney (फ़रवरी 2010). "When Distance is Problematic: Communication, Coping, and Relational Satisfaction in Female College Students' Long-Distance Dating Relationships". Journal of Applied Communication Research. 38 (1): 27–46. डीओआइ:10.1080/00909880903483573.
  2. (Rholfing, 1995)
  3. ई-अस्तित्व. "लम्बी दूरी के प्रेम संबंध असफल क्यों होते हैं?". ई-अस्तित्व. ई-अस्तित्व. मूल से 3 सितंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ३ सितम्बर २०१८.

ग्रन्थसूची संपादित करें