लाखासर
लाखासर राजस्थान के बीकानेर से ११० मील उत्तर में कुछ पूर्व की तरफ बसा है।गांव की स्थापना हरराज ने अपने पिता के नाम पर इसे बसाया था। ऐतिहासिक [1] दृष्टि से यह स्थान दो देवलियों के लिए प्रसिद्ध है। एक देवली १५४६ ई० की जो संभवत: राव बीका के चाचा लाखा रणमलोत की है। इसके निकट ही हरराज के पौत्र सुरसाण की १५९३ ई० में बनी देवली है।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 दिसंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 दिसंबर 2015.