लारेन्स फेर्लिंघेट्टि
लारेन्स फेर्लिंघेट्टि (२४ मार्च १९१९) अमेरिका के प्रख्यात कवि, अनुवादक, चित्रकार, नाट्यकार और उदारनैतिक भाविक हैं। पचासके दशकमें उनहोने सिटि लाइटस बुकस प्रकाशन संस्था कि स्थापना की, कैलिफोरनियाके संफ्रांन्सिस्को मे। उस रास्ते का नाम अभि जैक केरुयक ऐलि के नाम से जाना जाता है। उनके प्रकाशन संस्था से ही बीट कवि, लेखक एवम नाट्यकारों का पहला किताब प्रकाशित हुये थे, यंहा तक कि गिंसबर्गके हाउल उनके यहां से प्रकाशित होने पर उसपर जो अश्लीलता का मुकदमा हुया था वह भी लारेन्स फेर्लिंघेट्टिको ही झेलना पडा था। वे जाने जाते हैं उनका पहला काव्यग्रन्थ ए कोनि आइलैन्ड ऑफ दि माइन्ड के कारण जो अब तक दस भाषायों में अनुदित हुये हैं और जिसकी दस लाख से भी ज्यादा कापि अब तक बिक चुके हैं। भारतीय भुखी पीढी आंदोलनकारीयाँ के लेखन भी वह प्रकाश कर चुके हैं। मलय रायचौधुरी के खिलाफ जब साठके दशकमें मुकदमा चला था तब वे उनकि कविता प्रकाशित कर अमेरिका के पाठकॉके सामने लाये थे।
कृतियां
संपादित करें- पिकचर्स ऑफ दि गौन वर्लड (१९५५)
- ए कोनि आइलन्ड ऑफ दि माइन्ड (१९५८)
- टेनटेटिव डेसक्रिपशन ऑफ ए डिनर गिभन टु प्रोमोट दि इमपिचमेन्ट ऑफ प्रेसिडेन्ट आइजनहावर (१९५८)
- हर (१९६०)
- वन थाउजन्ड फियरफुल वर्डस फार फिदेल कास्त्रो (१९६१)
- स्टारटिंग फ्राम सन फ्रानसिसको (१९६१)
- जर्नल फार दि प्रोटेकशन ऑफ आल बियिंगस (१९६१)
- अनफेयर आर्गुमेन्टस (१९६३)
- रुटिन (१९६४)
- टु स्कैवेन्जरस इन ए ट्रक (१९६८)
- आन दि बैरकस (१९६८)
- टिरेनस निक्स (१९६९)
- दि सिक्रेट मिनिंग ऑफ थिंगस (१९७०)
- दि मेक्सिकन नाइट (१९७०)
- बैक रोडस टु फार टाउनस आफटर बाशो (१९७०)
- लव इज नो स्टोन आन दि मुन (१९७१)
- ओपन आइ, ओपन हार्ट (१९७३)
- हु आर वि नाउ (१९७६)
- नार्थवेस्ट इकोलोजि (१९७८)
- लैन्डस्केपस अफ लिविंग एन्ड डाइंग (१९८०)
- ओवर आल दि औबसीन बौन्डरीज (१९८६)
- लव इन दि डेज ऑफ रेज (१९८८)
- ए बुद्धा इन दि वुडपाइल (१९९३)
- दिज आर माइ रिवरस (१९९३)
- ए फार रौकवे ऑफ दि ह्रर्ट (१९९८)
- हाउ टु पैन्ट सनलाइट (२००१)
- सनफ्रान्सिसको पोएमस (२००१)
- लाइफ स्टडिज (२००३)
- अमेरिकस (२००४)
- पोएट्रि ऐज इनसरजेन्ट आर्ट (२००७)
सन्दर्भ
संपादित करें- निलि चेरकोवस्कि रचित फेर्लिंघेट्टि: ए बायोग्राफि (१९७९)
- मैट थियाडो रचित दि बीटस: ए लिटेररि रेफरेन्स (२००३)
- बैरि सिलेसकि रचित फेर्लिंघेट्टि: दि आर्टिस्ट इन हिज टाइम (१९९०)
- माइकल साकु रचित कान्सटैन्टलि रिसकिंग ऐबसरडिटि: दि राइटिंग ऑफ लारेन्स फेर्लिंघेट्टि (१९८९)