ला नीना

एक प्रतिसागरीय धारा

ला नीञा (स्पेनी: La Niña) एक प्रतिसागरीय धारा है। इसका आविर्भाव पश्चिमी प्रशांत महासागर में उस समय होता है जबकि पूर्वी प्रशांत महासागर में एल नीञो का प्रभाव समाप्त हो जाता है।

2007 में ला नीना के प्रभाव से उत्पन्न समुद्र सतह को दर्शाता हुआ चित्र

ला नीञा स्पेनी भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है छोटी बच्ची। चूंकि इसका प्रभाव एल नीञो के विपरीत होता है इसलिए इसे प्रति एल नीञो भी कहा जाता है।[1]

ला नीञा प्रभाव

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ला नीञा एल नीञो से ठीक विपरीत प्रभाव रखती है। पश्चिमी प्रशांत महासागर में एल नीञो द्वारा पैदा किए गए सूखे की स्थिति को ला नीञा बदल देती है, तथा आर्द्र मौसम को जन्म देती है।[2] ला नीञा के आविर्भाव के साथ पश्चिमी प्रशांत महासागर के ऊष्ण कटिबंधीय भाग में तापमान में वृद्धि होने से वाष्पीकरण अधिक होने से इण्डोनेशिया एवं समीपवर्ती भागों में सामान्य से अधिक वर्षा होती है।[3] ला नीञा परिघटना कई बार दुनिया भर में बाढ़ की सामान्य वजह बन जाती है।[4]

  1. La Nina Archived 2013-01-31 at the वेबैक मशीन National Geographic Education
  2. "La Nina". मूल से 7 सितंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 जून 2012.
  3. भौतिक भूगोल का स्वरूप, सविन्द्र सिंह, प्रयाग पुस्तक भवन, इलाहाबाद, २0१२, पृष्ठ४0८-0९, ISBN: ८१-८६५३९-७४-३
  4. बीबीसी हिंदी का आधिकारिक जालघर Archived 2011-01-16 at the वेबैक मशीन दुनियाभर में बाढ़ की वजह है 'ला नीना'

बाहरी कड़ियाँ

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