प्रस्तुतिकरण

संपादित करें

लैंगिक(जेंडर) भूमिकाए समाज मे स्वीकार वह व्यवहार है जो पुरुष और स्त्री के लिंग पर आधारित होते है | यह भूमिकाए नारित्व और मर्दानगी की धारनयो को विरोधी स्थापित करते है, परंतु कई अपवाद भी मौजूद है | विभिन्न संस्कृतीयो मे अलग-अगाल भूमिकाए हो सकती है | कुछ लक्षण ऐसे भी होते है जो विभिन्न संस्कृतीयो मे समान होते है | आज कल यह वाद-विवाद चल रहा है की यह भूमिकाए सामाजिक है या जैविक रूप से चुने गये है |

कई समूह ने इन स्थापित भूमिकायो मे बदलाव लाने का प्रयत्न किया है क्योंकि वह बहुत ही शोषक और दमनकारी है, जिनमे नारीवाद आंदोलन प्रमुख है |