लोभ
लोभ एक हिन्दी शब्द है।
लोभ | |
---|---|
बोर्डमैन रॉबिन्सन द्वारा पिता और मां ने लालच और गर्व की संतान के रूप में युद्ध को दर्शाया। |
यह पृष्ठ ट्रांसविकि प्रक्रिया के अनुसार विक्षनरी पर ले जाया जायेगा।
The information in this article appears to be suited for inclusion in a dictionary, and this article's topic meets Wiktionary's criteria for inclusion, has not been transwikied, and is not already represented. It will be copied into Wiktionary's transwiki space from which it can be formatted appropriately. यदि यह पृष्ठ मानदण्डों के अनुरूप नहीं है तो कृपया यह सूचना हटा दें। अन्यथा, ट्रांसविकि-निर्यात पूर्ण होने के बाद सूचना स्वतः ही हट जायेगी। |
धन की लालच मे पड़कर इन्सान हत्या करने से भी कभी नहींं डरता। जहाँँ कही भी देखो इन्सान धन को पाकर बहु की हत्या कर देता है।
लोभ पाप का दुसरा नाम है। लोभ संसार का वह कीड़ा है जो एक बार पकड़ लेता हैंं तो कदापि नही छोड़ता। इसीलिए कहा गया है कि "काम क्रोध मद लोभ सब नाथ नरक के पंथ" अर्थात काम, क्रोध, मद और लोभ नरक के रास्ते है। इनसे इंसानों को दूरी बनाए रखनी चाहिए।
संबंधित शब्द
संपादित करेंहिंदी में
संपादित करें- [[ ]]