लोभ एक हिन्दी शब्द है।

लोभ

बोर्डमैन रॉबिन्सन द्वारा पिता और मां ने लालच और गर्व की संतान के रूप में युद्ध को दर्शाया।


धन की लालच मे पड़कर इन्सान हत्या करने से भी कभी नहींं डरता। जहाँँ कही भी देखो इन्सान धन को पाकर बहु की हत्या कर देता है।

लोभ पाप का दुसरा नाम है। लोभ संसार का वह कीड़ा है जो एक बार पकड़ लेता हैंं तो कदापि नही छोड़ता। इसीलिए कहा गया है कि "काम क्रोध मद लोभ सब नाथ नरक के पंथ" अर्थात काम, क्रोध, मद और लोभ नरक के रास्ते है। इनसे इंसानों को दूरी बनाए रखनी चाहिए।

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हिंदी में

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